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INDIA bloc की दिल्ली में बड़ी बैठक; संसद के विशेष सत्र समेत इन मुद्दों पर बनेगी रणनीति

विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ब्लॉक की आज राजधानी दिल्ली में बड़ी बैठक हो रही है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: Poonam Rajput
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INDIA bloc की दिल्ली में बड़ी बैठक; संसद के विशेष सत्र समेत इन मुद्दों पर बनेगी रणनीति

नई दिल्ली: देश में आम चुनाव के वक्त गठित विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन एक बार फिर एक्शन में आ गया है। राजधानी दिल्ली में मंगलवार को इंडिया ब्लॉक की एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है, संसद के विशेष सत्र बुलाने समेत कई मुद्दों पर रणनीति बनेगी और सरकार को घेरने की तैयारी होगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, आज दिल्ली में ‘इंडिया ‘ ब्लॉक के नेताओं की बैठक हो रही है। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित विपक्षी दलों की इस बैठक में मुख्य मुद्दा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग है। बैठक में विपक्षी दल पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद के घटनाक्रम के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

विपक्षी दल भी देना चाहते हैं एकजुटता का संदेश

चर्चा के एजेंडे में भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर मध्यस्थता करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे को भी शामिल किया गया है। बैठक के जरिए विपक्षी दल अपनी मांग को लेकर सरकार को एकजुटता का संदेश देगी।

बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों द्वारा सूचना देने पर उठे सवाल

विपक्षी नेताओं ने बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों द्वारा विदेशी देशों को सूचना देने पर सवाल उठाए हैं, जबकि सरकार संसद सत्र बुलाने को लेकर अनिच्छुक नजर आ रही है। अपनी मांग को आगे बढ़ाने की योजना बनाने के लिए प्रमुख दलों के नेता बैठक में शामिल होंगे। सूत्रों ने बताया कि विपक्ष प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के लिए अपने सभी सांसदों के हस्ताक्षर एकत्र करने पर भी काम कर रहा है और इसे प्रधानमंत्री को भेजने पर अंतिम निर्णय लिए जाने की संभावना है।

एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के शामिल होने की संभावना ?

सूत्रों के हवाले से पता चला है कि, एनसीपी (शरद चंद्र पवार) के शामिल होने को लेकर भी अटकले लगाई जा रही है।

पवार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद के घटनाक्रम पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी। विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति जताई है। हालांकि, अन्य दलों का कहना है कि विपक्ष की मांग के बावजूद मोदी 24 अप्रैल और 8 मई को हुई सर्वदलीय बैठकों में शामिल नहीं हुए।

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