अहमदाबाद: गुरुवार सुबह अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उस वक्त हड़कंप मच गया , जब एयर इंडिया का एक विमान टेकऑफ के दौरान अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसे का मुख्य कारण विमान के इंजन में तकनीकी खराबी है। विमान में करीब 242 से अधिक लोग सवार थे। यह हादसा मेघानी नगर इलाके के पास हुआ, जहां फौरन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और अन्य आपात सेवाएं राहत-बचाव कार्य में जुट गईं।
क्या होता है इंजन फेलियर?
किसी भी उड़ान के लिए इंजन फेलियर सबसे खतरनाक स्थिति मानी जाती है, खासकर टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान। टेकऑफ के वक्त विमान अधिकतम पावर पर होता है और एयरस्पीड धीरे-धीरे बढ़ रही होती है। ऐसे में अगर इंजन फेल हो जाए तो पायलट के पास प्रतिक्रिया देने के लिए बहुत कम समय होता है।
विमान मॉडल और तकनीकी जांच
हादसे में शामिल एयर इंडिया के विमान का मॉडल अभी आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक एयर इंडिया के ज़्यादातर घरेलू रूटों पर एयरबस ए320 और बोइंग 737 जैसे विमान चलते हैं। इन विमानों में आधुनिक इंजन लगे होते हैं जो ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग सिस्टम से लैस होते हैं। इसके बावजूद अगर रखरखाव में कोई चूक हुई या तकनीकी खराबी पर ध्यान नहीं दिया गया तो ऐसी दुर्घटना हो सकती है।
जांच की प्रक्रिया कैसी होती है?
भारत में विमान दुर्घटनाओं की जांच डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) और एएआईबी (विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो) द्वारा की जाती है। पहला कदम ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) को सुरक्षित करना है ताकि पता लगाया जा सके कि दुर्घटना के समय पायलट ने क्या कहा था और विमान प्रणाली ने कैसे प्रतिक्रिया दी।
इसके बाद तकनीकी टीम विमान के इंजन, हाइड्रोलिक सिस्टम, इलेक्ट्रिकल सर्किट और फ्लाइट कंट्रोल्स की गहन जांच करती है। एयरलाइन कंपनी से मेंटेनेंस रिकॉर्ड और पायलट की ट्रेनिंग डिटेल भी मांगी जाती है।
आगे क्या?
फिलहाल राहत की बात यह है कि बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है और अधिकारियों ने सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। हादसे की विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चलेगा, लेकिन प्रारंभिक संकेत इंजन फेलियर की ओर ही इशारा कर रहे हैं।