नई दिल्ली: देश की राजधानी स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया उस समय तालियों की गूंज से भर उठा, जब भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश रहे डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ डाइनामाइट न्यूज़ की 10वीं वर्षगांठ पर आयोजित ‘यंग इंडिया कंट्री अवॉर्ड्स 2025’ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उनके आगमन से समारोह में उत्साह की एक नई ऊर्जा भर गई।
डाइनामाइट न्यूज़ की दस साल की सफल पत्रकारिता यात्रा का जश्न मनाते हुए यह पुरस्कार समारोह उन युवाओं को समर्पित था, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज को नई दिशा दी है और देश का नाम रोशन किया है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश राजेश बिंदल, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह समेत देश की कई नामचीन हस्तियां मौजूद रहीं।
मुख्य अतिथि डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ का प्रेरणादायक संबोधन
अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली संबोधन में डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह देखकर बेहद संतोष होता है कि इस वर्ष डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा सम्मानित की गई सभी प्रतिभाएं महिलाएं हैं। उन्होंने इसे महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बताया और कहा कि यह पहल वास्तव में समाज में बदलाव की दिशा में एक ठोस कदम है।
उन्होंने कहा कि देश की जनसंख्या में बड़ी संख्या युवा वर्ग की है और इसी युवा ऊर्जा से देश का भविष्य तय होता है। उन्होंने डाइनामाइट न्यूज़ के संस्थापक मनोज टिबड़ेवाल आकाश की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने इस मंच को अपनी ऊर्जा, निष्ठा और सकारात्मकता से सींचा है। उन्होंने मनोज टिबड़ेवाल को अपना निकटतम मित्र भी बताया।
देश की स्थिति में आया बदलाव
पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि आज महिलाएं सेना, वॉरशिप और देश की सीमाओं पर सेवा दे रही हैं। यह भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव का प्रमाण है। डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया, वे इसी बदलाव की प्रतीक हैं। यह बदलाव संयोग नहीं, बल्कि एक सोच और नीति का परिणाम है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब पत्रकारिता सत्य और संवेदनशीलता के मार्ग पर चलती है, तब वह समाज को सही दिशा देने का काम करती है। सच्ची पत्रकारिता की हमेशा वैल्यू होती है।
डाइनामाइट न्यूज़ ने नारी शक्ति को दिया सम्मान
कार्यक्रम में तीन विशिष्ट महिलाओं को ‘यंग इंडिया कंट्री अवॉर्ड 2025’ से सम्मानित किया गया:
• ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली युवा शूटर मनु भाकर
• राजस्थान की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली समाजसेवी रूमा देवी
• महिला शतरंज ओलंपियाड में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतने वाली ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख
इन तीनों महिलाओं की उपलब्धियों ने न केवल देश को गौरवान्वित किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनीं।
यह पुरस्कार समारोह न सिर्फ डाइनामाइट न्यूज़ की एक दशक की उपलब्धियों का प्रतीक था, बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करने वाले युवाओं को सम्मानित करने का एक राष्ट्रीय मंच भी था। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि जब मीडिया, न्यायपालिका, राजनीति और समाज सेवा एक साथ मिलकर सकारात्मक पहल करते हैं, तो एक नया और सशक्त भारत आकार लेता है।