संसद का शीतकालीन सत्र आज हंगामेदार रहने की संभावना है। लोकसभा में राहुल गांधी SIR मुद्दे पर सरकार को घेरेंगे, जबकि राज्यसभा में अमित शाह वंदे मातरम् पर चर्चा करेंगे। दोनों सदनों में राजनीतिक बहसें तेज हो सकती हैं।

संसद शीतकालीन सत्र
लोकसभा में चुनावी सुधारों पर चर्चा के दौरान शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के सांसद श्रीकांत शिंदे ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाई। उन्होंने कहा कि यदि 18 साल के युवा वोट दे सकते हैं, तो उन्हें चुनाव लड़ने का भी अधिकार मिलना चाहिए, इसलिए चुनाव लड़ने की उम्र 18 या 21 साल तय की जानी चाहिए। इसके साथ ही, शिंदे ने एकीकृत वोटर लिस्ट की भी वकालत की और शिवसेना (यूबीटी) पर निशाना साधते हुए बालासाहब ठाकरे के नाम को वोटर लिस्ट से हटाए जाने की घटना को याद किया।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अनिल देसाई ने लोकसभा में चुनाव प्रक्रिया को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में एंटी-डिफेक्शन कानून का खुलेआम उल्लंघन हुआ है और सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा। देसाई ने ईवीएम मशीनों की खामियों को भी उजागर किया और बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग की, साथ ही पेड न्यूज और चुनावी विज्ञापनों पर खर्च को लेकर भी सवाल उठाए।
महाराष्ट्र में पंचायत चुनावों पर सुप्रिया सुले ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्य में पहली बार चुनावी गड़बड़ी, आरक्षण में अनियमितता और चुनावी हिंसा का मुद्दा उठाया, साथ ही बीजेपी नेता के घर से नकदी बरामदगी को भी संदिग्ध बताया। सुले ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव पारदर्शी होने चाहिए, और अब इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। परिवारवाद पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "हां, मैं परिवारवाद हूं और इस पर गर्व है।"
सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र पंचायत चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि गड़बड़ी, हिंसा और हार्ड कैश पकड़ना आम हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ा रैकेट चल रहा है और चुनाव फेयर होने चाहिए। परिवारवाद पर खुलकर बोलीं और कहा कि उनका परिवार भी राजनीति में है। एंटी-डिफेक्शन कानून पर सवाल उठाते हुए बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बदलने पर संविधान को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया, वरना सांसद नहीं बन पातीं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सिर्फ नेहरू को क्यों निशाना बना रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि नेहरू, महात्मा गांधी, मौलाना आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और गोविंद वल्लभ पंत सहित कांग्रेस कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि राष्ट्रीय समारोहों में *वंदे मातरम्* के केवल पहले दो स्टैंजा गाए जाएँ। खड़गे ने कहा कि इस फैसले में सभी बड़े नेताओं का योगदान था, केवल नेहरू ही नहीं।
प्रियंका गांधी के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बंगाल चुनाव को देखते हुए सदन में वंदे मातरम् पर चर्चा करा रही है। खरगे ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि यह एक चुनावी रणनीति का हिस्सा है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने इन आरोपों का खंडन करते हुए अपनी बात रखी थी।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सदन में वंदे मातरम् पर हो रही चर्चा केवल बंगाल चुनाव के कारण है। उनका मानना है कि इसे राजनीतिक फायदा लेने के लिए उठाया गया मुद्दा बनाया जा रहा है। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के इस आरोप का जवाब दिया था, लेकिन खरगे ने अपनी बात दोहराई।
संसद शीतकालीन सत्र में मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम ने नेहरू पर 1937 में वंदे मातरम् की कुछ लाइनें हटाने का आरोप लगाया, लेकिन जब मुस्लिम लीग के साथ बंगाल में सरकार बनाई गई और श्यामा प्रसाद मुखर्जी शामिल हुए, तब देशभक्ति की बात क्यों नहीं उठाई गई?
लोकसभा में टीडीपी फ्लोर लीडर लवू श्रीकृष्ण देवरायलू ने कहा कि कांग्रेस जब तेलंगाना और कर्नाटक में जीती, तब किसी ने वोट चोरी या ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए, लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में हार के बाद ये शंकाएँ सामने आईं। उन्होंने एक अखबार की रिपोर्ट दिखाते हुए कहा कि जहां वोट कटे भी हैं, वहां एनडीए को बड़ी जीत नहीं मिली। देवरायलू ने एक देश–एक वोटर लिस्ट, बीएलओ की क्षमता बढ़ाने और बूथ स्तर पर अधिक पारदर्शिता की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी स्पीच की शुरुआत वंदे मातरम से की और जोरदार नारे लगाए। उन्होंने कहा कि वे पिछले 60 वर्षों से यह गीत गा रहे हैं, जबकि कुछ लोग अब इसे गाना शुरू कर रहे हैं। खड़गे ने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय और स्वतंत्रता संग्राम के सभी बलिदानियों को नमन किया। उन्होंने याद दिलाया कि 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में टैगोर ने पहली बार वंदे मातरम गाया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में वंदे मातरम बोलने वालों को जेल में डाला गया था। उन्होंने इसे आपातकाल की दमनकारी कार्रवाई बताते हुए कांग्रेस पर प्रहार किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रियंका गांधी के इस आरोप पर करारा पलटवार किया कि वंदे मातरम् पर चर्चा सिर्फ पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए की जा रही है। शाह ने कहा कि वंदे मातरम् देश की आत्मा की आवाज है, और इसे किसी एक राज्य से जोड़ना संकीर्ण सोच का परिणाम है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने पर इसे न केवल इतिहास का हिस्सा, बल्कि राष्ट्र की शक्ति और एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाली पीढ़ियां वंदे मातरम् के महत्व को समझते हुए इसे राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए आधार बनाएंगी।
लोकसभा में चुनाव सुधारों पर जारी महाबहस के दौरान कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मशीनों में हेरफेर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, इसलिए चुनावी प्रक्रिया के सच का सामने आना बेहद जरूरी है। तिवारी ने मांग की कि या तो 100 प्रतिशत वीवीपैट पर्चियों की गिनती हो, या देश पूरी तरह बैलेट पेपर सिस्टम पर लौटे। उन्होंने चेताया कि चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही पूछा-अगर ईवीएम इतनी सुरक्षित है, तो उसका सोर्स कोड सार्वजनिक क्यों नहीं किया जाता?
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में SIR अभियान पर महाबहस शुरू हुई। चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ईवीएम की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र भरोसे पर चलता है, लेकिन आज तक यह स्पष्ट नहीं किया गया कि ईवीएम का सोर्स कोड किसके पास है और इसकी जांच कैसे होती है।
लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो एयरलाइंस के संकट को लेकर बयान दिया और कहा कि एयरलाइन की आंतरिक गड़बड़ी के कारण यात्रियों को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस पूरे मामले में सख्त कदम उठाएगी और इंडिगो को जवाबदेह ठहराया जाएगा। साथ ही, यात्रियों की मदद के लिए 750 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि पहले ही जारी की जा चुकी है।
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने NDA संसदीय दल की बैठक में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को पार्टी का काम सौंपा। उन्होंने कहा कि सभी को आने वाले बजट सत्र की तैयारियों के लिए जिम्मेदारियां दी गई हैं। पीएम मोदी ने सांसदों को गाइड किया ताकि वे अपने क्षेत्र और संसदीय कर्तव्यों में प्रभावी योगदान दे सकें।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने NDA संसदीय दल की बैठक में कहा कि विपक्ष वोट चोरी और मतदाता सूची पर सवाल उठाता रहता है। उन्होंने स्पष्ट किया, चुनाव आयोग सुनिश्चित करता है कि एक व्यक्ति सिर्फ एक बार वोट कर सकता है और जो स्थानीय नागरिक नहीं हैं, उन्हें मतदान का अधिकार नहीं है।
लोकसभा में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) बिल पर बहस आज शुरू हो रही है। विपक्ष की तरफ से वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी बहस की शुरुआत करेंगे। सरकार और विपक्ष दोनों ही इस बहस को रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं। यह बहस दो दिन चलेगी और कुल 20 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
NDA संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को जीत के उत्साह के साथ जिम्मेदारी का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जनता ने जितना बड़ा जनादेश दिया है, उतनी ही बड़ी अपेक्षाएं अब सरकार और सांसदों से जुड़ी हैं। सभी सांसदों को अधिक मेहनत, समर्पण और संवेदनशीलता के साथ जनता के बीच काम करना होगा।
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां विकास की गति और आधारभूत ढांचे का विस्तार सफलता का मॉडल हैं, जिसे अब पूर्वोत्तर राज्यों में भी लागू करने की जरूरत है।
उन्होंने सांसदों से अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी, जनता से संवाद और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन में सेतु की भूमिका निभाने का आह्वान किया।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में सांसदों ने बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी और इसे उनके नेतृत्व की बड़ी सफलता बताया। बैठक में पीएम ने लोकसभा में होने वाली स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) चर्चा से पहले सांसदों को रणनीति पर ब्रीफ किया। उन्होंने विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के तरीके पर भी दिशा निर्देश दिए।
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर दो दिन की महाबहस के लिए कुल 20 घंटे निर्धारित किए हैं। यह बहस 9 और 10 दिसंबर 2025 को होगी। दोनों दिनों में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक कार्यवाही चलेगी। विपक्ष का नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे, जबकि सरकार की ओर से निशिकांत दुबे, पीपी चौधरी, अभिजीत गंगोपाध्याय और संजय जायसवाल सदन में पक्ष रखेंगे। बहस में मतदाता सूची की पारदर्शिता और सियासी आरोपों पर जोर रहेगा।
संसद के शीतकालीन सत्र में राजनीतिक हलचल अपने चरम पर रहने वाली है। लोकसभा में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) बिल पर बहस से पहले प्रधानमंत्री मोदी NDA संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे। बैठक में सांसदों को SIR की अहमियत और सरकार की रणनीति समझाई जाएगी। दोपहर 12 बजे नागरिक उड्डयन मंत्री बयान देंगे और 12:10 बजे SIR पर बहस शुरू होगी। राज्यसभा में दोपहर 1 बजे वंदे मातरम् पर चर्चा होगी, जिसकी शुरुआत अमित शाह करेंगे। पिछली चर्चा लगभग 11 घंटे 45 मिनट तक चली थी और सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक रही।
दिल्ली में NDA संसदीय दल की बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। बैठक में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, जेडीयू सांसद संजय झा, NCP सांसद प्रफुल्ल पटेल, केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित हैं। बैठक में आगामी राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा होने की संभावना है।
लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के भाषण पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष आज भी बहस से भागने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि कई विपक्षी सांसद गैरहाजिर थे। ठाकुर ने कहा, “राष्ट्रभक्तों को वंदे मातरम् से ऊर्जा मिलती है, कुछ लोगों को एलर्जी।”
New Delhi: आज लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी सरकार को SIR मुद्दे पर घेरने की तैयारी में हैं। वहीं राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वंदे मातरम् पर चर्चा करेंगे। दोनों सदनों में सियासी बहसें तेज रहने की संभावना है, जिससे संसद का शीतकालीन सत्र आज काफी हंगामेदार साबित हो सकता है।