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National Unity Day 2025: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भव्य समारोह, वीरता पुरस्कार विजेताओं का हुआ सम्मान

सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर देशभर में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। गुजरात के एकता नगर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परेड की सलामी ली और देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राज्यों की झांकियां निकाली गईं।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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National Unity Day 2025: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भव्य समारोह, वीरता पुरस्कार विजेताओं का हुआ सम्मान

Gandhinagar: आज पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर स्थित विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर भव्य आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह में शामिल होकर परेड की सलामी ली और देशवासियों को एकता और अखंडता की शपथ दिलाई।

पीएम ने लौह पुरुष को किया याद

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि “लौह पुरुष सरदार पटेल ने भारत की एकता की नींव रखी थी, आज हम उसी भावना को आगे बढ़ा रहे हैं।” प्रधानमंत्री ने पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि भारत आज एकजुटता और प्रगति की राह पर अग्रसर है।

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महिला सशक्तिकरण की दिखी झलक

राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में इस बार कई नए प्रयोग देखने को मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने महिला अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों की सलामी ली। बीएसएफ का मार्चिंग दस्ता, जिसमें भारतीय नस्ल के रामपुर हाउंड्स और मुधोल हाउंड्स शामिल थे, वह परेड का प्रमुख आकर्षण रहा। इसके अलावा गुजरात पुलिस का घुड़सवार दस्ता, असम पुलिस का मोटरसाइकिल स्टंट शो और बीएसएफ का ऊंट दस्ता भी आकर्षण का केंद्र बने।

परेड के दौरान सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेता और बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेता जवानों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने झारखंड के नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में साहस का परिचय दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने “ऑपरेशन सिंदूर” में शामिल वीर जवानों को भी सलामी दी।

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झांकियों ने दिया ‘विविधता में एकता’ का संदेश

परेड में एनएसजी, एनडीआरएफ और दस राज्यों  गुजरात, जम्मू-कश्मीर, अंडमान-निकोबार, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पुडुचेरी की झांकियां शामिल की गईं। सभी झांकियां ‘विविधता में एकता’ के संदेश पर आधारित थीं।

करीब 900 कलाकारों ने भारतीय शास्त्रीय नृत्यों और लोक परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और विभिन्नता का रंगारंग प्रदर्शन किया गया, जिसने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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