(IGI) एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने गुरुवार को लगभग ₹48 करोड़ की मारिजुआना की तस्करी की कोशिश के आरोप में छह भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया। यह ज़ब्ती टर्मिनल 3 पर हुई, जहाँ बैंकॉक से आने के बाद इन लोगों को ग्रीन चैनल पर रोका गया।

IGI एयरपोर्ट पर पकड़ी गईं ड्रग्स
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने गुरुवार को लगभग ₹48 करोड़ की मारिजुआना की तस्करी की कोशिश के आरोप में छह भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया। यह ज़ब्ती टर्मिनल 3 पर हुई, जहाँ बैंकॉक से आने के बाद इन लोगों को ग्रीन चैनल पर रोका गया।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के सामान की बारीकी से जाँच करने पर चार ट्रॉली बैग के अंदर छिपी 24 पॉलीथीन पाउच मिलीं। पाउच में हरे रंग का पदार्थ था, जिसके गांजा या मारिजुआना होने का शक था, जिसका कुल वज़न 48.02 किलोग्राम था। शुरुआती जाँच में नशीला पदार्थ मारिजुआना होने की पुष्टि हुई, जिसकी अनुमानित बाज़ार कीमत ₹48.01 करोड़ है।
सभी छह लोगों पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट, 1985 की धारा 20, 23 और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, एक्ट की धारा 43(b) के तहत गिरफ्तारियाँ की गईं, जबकि संदिग्ध नशीला पदार्थ और छिपाने का सामान धारा 43(a) के तहत ज़ब्त किया गया। कस्टम अधिकारियों ने पुष्टि की कि इस तस्करी की कोशिश के पीछे के स्रोत और नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जाँच जारी है।
यह मामला IGI एयरपोर्ट की कड़ी कस्टम कार्रवाई का एक और उदाहरण है, जो सीमा पार नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बढ़ी हुई सतर्कता को दर्शाता है। अधिकारियों ने ज़ोर देकर कहा कि इस तरह की बड़े पैमाने पर तस्करी की कोशिशें तेज़ी से परिष्कृत होती जा रही हैं, जिसमें तस्कर अक्सर प्रतिबंधित सामान को ले जाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय यात्रा मार्गों का इस्तेमाल करते हैं।
जाँच जारी
कस्टम विभाग इस ज़ब्ती से जुड़े सप्लायर और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की पहचान करने के लिए अन्य प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। गिरफ्तार व्यक्ति हिरासत में हैं, और अधिकारी तस्करी अभियान में शामिल साथियों का पता लगाने के लिए फ्लाइट रिकॉर्ड और कम्युनिकेशन डेटा की जाँच कर रहे हैं।
भारत के सबसे व्यस्त अंतर्राष्ट्रीय हब में से एक होने के नाते, IGI एयरपोर्ट अवैध ड्रग तस्करी को रोकने के लिए अपनी सुरक्षा और पता लगाने के तंत्र को मज़बूत कर रहा है, जिससे हवाई यात्रा का फायदा उठाने की कोशिश करने वाले तस्करों को एक कड़ा संदेश मिल रहा है।