New Delhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए ‘वोट चोरी’ वाले बयान पर चुनाव आयोग (ईसी) ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने सभी राज्यों के चुनाव अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस प्रकार के “गैर-जिम्मेदाराना और निराधार” बयानों से प्रभावित हुए बिना, निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अपना कार्य करते रहें।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि हाल के वर्षों में नेताओं द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना एक आम प्रवृत्ति बनती जा रही है। “आजकल रोजाना ऐसे आरोप लगाए जाते हैं जिनका कोई ठोस सबूत नहीं होता,” आयोग ने कहा। ऐसे में यह आवश्यक है कि चुनावी प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें और इन राजनीतिक बयानों को नजरअंदाज करें।
चुनाव आयोग ने दोहराया कि भारतीय लोकतंत्र की मजबूती चुनावों की निष्पक्षता में निहित है, और आयोग की प्राथमिकता यही है कि हर मतदाता का वोट सुरक्षित और सही तरीके से दर्ज हो। उन्होंने अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि आयोग उनके साथ खड़ा है और उनके कार्यों की सराहना करता है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक बयानबाज़ी, विशेषकर बिना प्रमाण के, चुनावी प्रक्रिया में जनता के विश्वास को नुकसान पहुँचा रही है। आयोग ने इस चुनौतीपूर्ण समय में अधिकारियों से धैर्य और समर्पण के साथ काम करने का आह्वान किया है।