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DN Exclusive: PM मोदी के जापान दौरे के पीछे क्या है असली वजह? इन सेक्ट्ररों को मिलेगा बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जापान दौरा भारत और जापान के रिश्तों को नई दिशा देने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दौरे का उद्देश्य सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना नहीं, बल्कि आर्थिक, तकनीकी और सामरिक दृष्टि से दोनों देशों के बीच सहयोग को भी बढ़ावा देना है। आइए जानते हैं कि इस दौरे का उद्देश्य क्या है और किन सेक्टरों को बढ़ावा मिलेगा।
Post Published By: Poonam Rajput
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DN Exclusive: PM मोदी के जापान दौरे के पीछे क्या है असली वजह? इन सेक्ट्ररों को मिलेगा बढ़ावा

New Delhi: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ टोक्यो से सेंडाई तक बुलेट ट्रेन में यात्रा की। दोनों नेताओं ने अपनी यात्रा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की। जापान के प्रधानमंत्री ने X पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी और मैं सेंडाई की ओर, कल रात से जारी यह यात्रा अब ट्रेन के अंदर भी जारी है।” पीएम मोदी ने भी तस्वीरें साझा की और सेंडाई पहुंचने की जानकारी दी, जहां उनका जोरदार स्वागत “मोदी सैन वेलकम” के नारों के साथ किया गया।

भारतीय लोको पायलटों से मुलाकात 

सेंडाई पहुंचने के बाद दोनों नेताओं ने ईस्ट जापान रेलवे कंपनी (JR East) में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय लोको पायलटों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नई ALFA-X ट्रेन का निरीक्षण किया और कंपनी के अधिकारियों से बुलेट ट्रेन परियोजना पर जानकारी ली। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री इशिबा और मैं टोक्यो इलेक्ट्रॉन फैक्ट्री गए, जहां हमने ट्रेनिंग रूम और प्रोडक्शन इनोवेशन लैब देखा। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत-जापान सहयोग महत्वपूर्ण है, और भारत ने इस क्षेत्र में कई प्रगति की है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ

प्रधानमंत्री मोदी ने मियागी प्रीफेक्चर के ओहिरा गांव में बन रहे सेमीकंडक्टर वेफर फैब्रिकेशन प्लांट का दौरा किया। यह संयंत्र ताइवान की PSMC, SBI होल्डिंग्स और जापानी साझेदारों के संयुक्त उपक्रम जापान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (JSMC) द्वारा तैयार किया जा रहा है। यह जापान की चिप निर्माण क्षमता को पुनर्जीवित करने का एक बड़ा कदम है।

तकनीकी साझेदारी पर जोर

भारत और जापान सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्रिटिकल मिनरल्स और क्लीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में नज़दीकी सहयोग कर रहे हैं। पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच इन साझेदारियों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

भारत-जापान संयुक्त विज़न और चंद्रयान-5 समझौता

इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों ने “इंडिया-जापान जॉइंट विज़न फॉर द नेक्स्ट डिकेड: आठ दिशाएं” नामक साझा दृष्टि दस्तावेज़ को अपनाया। इसके तहत सुरक्षा सहयोग पर संयुक्त घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा, चंद्रयान-5 मिशन के लिए दोनों देशों की स्पेस एजेंसियों के बीच ध्रुवीय क्षेत्र की संयुक्त खोज हेतु समझौता भी हुआ।

जापान से चीन रवाना होंगे पीएम मोदी

शनिवार सुबह टोक्यो में पीएम मोदी ने जापान के 16 प्रीफेक्चर्स के गवर्नर्स के साथ चर्चा की। इसके बाद पीएम मोदी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन रवाना होंगे।

भारत-जापान रिश्तों को मजबूती मिल रही है

भारत और जापान के बीच सेमीकंडक्टर और AI जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत किया जा रहा है। चंद्रयान-5 मिशन और सुरक्षा सहयोग पर भी दोनों देशों के बीच समझौते हुए हैं। मोदी का जापान दौरा दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-जापान रिश्तों के भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

सेमीकंडक्टर और तकनीकी सहयोग

प्रधानमंत्री मोदी का जापान दौरा सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे नई तकनीकी साझेदारियों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। सेमीकंडक्टर उद्योग में सहयोग से भारत को अपने चिप निर्माण की क्षमता को बढ़ाने का मौका मिलेगा। AI और क्लीन एनर्जी जैसे सेक्टरों में जापान के साथ साझेदारी भारत की तकनीकी उन्नति को तेज़ कर सकती है।

बुलेट ट्रेन और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर

भारत के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जापान से सहयोग मिलने से भारतीय रेलवे के नेटवर्क को आधुनिक और तेज़ बनाने में मदद मिलेगी।ALFA-X बुलेट ट्रेन के मॉडल का अवलोकन और लोको पायलटों के प्रशिक्षण से रेलवे क्षेत्र में सुधार होगा। इससे रेल परिवहन प्रणाली के निर्माण और विकास में जापान से मिले तकनीकी सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

स्पेस और अंतरिक्ष अनुसंधान

भारत और जापान के बीच स्पेस तकनीकी सहयोग बढ़ेगा, जिसमें विशेष रूप से चंद्रयान-5 मिशन पर ध्यान दिया जाएगा। स्पेस एजेंसियों का सहयोग अंतरिक्ष अनुसंधान में नवीनतम प्रगति और संयुक्त परियोजनाओं की दिशा में काम करेगा। इस सहयोग से अंतरिक्ष यात्रा और अन्वेषण में भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती मिलेगी।

क्लीन एनर्जी और हरित ऊर्जा

प्रधानमंत्री मोदी का जापान दौरा क्लीन एनर्जी और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए था। नवीकरणीय ऊर्जा में जापान से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और स्मार्ट सिटीज के विकास को बढ़ावा मिलेगा। भारत और जापान के बीच सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सकेगा।

सुरक्षा और सामरिक सहयोग

भारत और जापान के बीच सुरक्षा संबंधों को भी यह दौरा मजबूती देगा। दोनों देशों ने सैन्य और सामरिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया, खासकर क्षेत्रीय सुरक्षा के संदर्भ में। आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग और सैन्य प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी सहयोग होगा।

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