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Delhi Blast के बाद उठे ये 7 गंभीर सवाल! मोदी-शाह: कौन देगा इनके जवाब?

दिल्ली सोमवार शाम एक भयानक विस्फोट से दहल गई, जिसमें 13 लोगों की मौत और कई घायल हुए हैं। इस साल भारत में ये पहलगाम के बाद दूसरा बड़ा हमला है। इस हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है, जिसकी वजह से कई सवाल भी खड़े हो गए हैं।
Post Published By: Subhash Raturi
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Delhi Blast के बाद उठे ये 7 गंभीर सवाल! मोदी-शाह: कौन देगा इनके जवाब?

New Delhi: सोमवार शाम हुए दिल्ली कार ब्लास्ट ने राजधानी और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस भीषण विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। घटना ने जहां नागरिकों में दहशत पैदा कर दी है, वहीं सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

देश की राजधानी दिल्ली में हुए इस भीषण ब्लास्ट से जुड़े कई सवाल आकर खड़े हो गए हैं। क्योंकि यह पहलगाम के बाद इस साल का दूसरा सबसे बड़ा हमला है। ऐसे में सवाल ये भी है कि इस हमले और इसके पीछे की गहन लापरवाही की जवाबदारी कौन लेगा और इन 7 सवालों के जवाब कौन देगा?

1. आतंकवादी हमला क्यों नहीं है दिल्ली विस्फोट?

हुंडई i20 कार में हुए विस्फोट को अब तक आतंकी हमला घोषित नहीं किया गया है। जबकि, यह ब्लास्ट आतंकी हमले की तरह ही लग रहा है। इसके पीछे की वजह वो कार है, जिसका कनेक्शन फरीदाबाद से पुलवामा तक बताया जा रहा है। वहीं, अगर कार के सीएनजी या पेट्रोल टैंक को दोषी माना जाए, तो इतनी तीव्रता का विस्फोट इतना संभव नहीं है।

2. विस्फोटक सामान कहां से आया?

लाल किले के पास हुए धमाके ने यह सवाल भी खड़ा किया कि यह विस्फोटक सामान कहां से आया। सुबह-सुबह फरीदाबाद में 2,900 किलो आरडीएक्स बरामद हुआ। यह संभावना जताई जा रही है कि सुरक्षा एजेंसियां सभी विस्फोटक बरामद करने में नाकाम रही हों और कहीं और भी विस्फोटक मौजूद हो सकते हैं।

3. खुफिया एजेंसियों को क्यों नहीं लगी भनक?

यह धमाका देश की राजधानी के सबसे संवेदनशील इलाके में हुआ। आमतौर पर खुफिया एजेंसियों को ऐसे खतरों की जानकारी पहले से होती है। लेकिन इस साल यह दूसरा बड़ा हमला है जिसमें पहली नज़र में खुफिया विफलता साफ दिखाई देती है।

4. धमाके के लिए ये ही जगह क्यों?

लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 को निशाना बनाए जाने का भी सवाल उठता है। क्या आतंकियों का उद्देश्य 2001 के हमले की तरह बड़ा नुकसान पहुंचाना था? या फरीदाबाद में विस्फोटक बरामद होने के बाद अचानक योजना बदल गई और लाल किले के आसपास हमला किया गया?

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5. क्या सो रही थी पुलिस?

फरीदाबाद में आरडीएक्स बरामद होने के बावजूद दिल्ली पुलिस पर्याप्त सतर्क क्यों नहीं रही? सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और सघन जांच से हादसे को रोका जा सकता था।

6. क्या देश सुरक्षित है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बार-बार देश की सुरक्षा का दावा करते रहे हैं। लेकिन जब दिल्ली के लाल किले जैसे संवेदनशील इलाके में धमाका होता है, तो यह चिंता का विषय बन जाता है।

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7. कौन देगा इन सवालों का जवाब

देश के दिल को दहलाने वाले इस धमाके के बाद उठ रहे इन सवालों का आखिरी और बड़ा सवाल यह है कि इसका जवाबदेह कौन है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिनके हाथों में देश की बागडोर है, गृह मंत्री अमित शाह जिनके जिम्मे कश्मीर से लेकर दिल्ली तक का लॉ एंड ऑर्डर है, या फिर अजीत डोभाल, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं?

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