New Delhi: पाकिस्तान एक बार फिर अपने पुराने रवैये से बाज नहीं आ रहा है। ऑपरेशन सिंदूरमें भारत से करारी शिकस्त झेलने के बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 14 अगस्त को अपने देश के स्वतंत्रता दिवस पर झूठे दावे किए और भारत के खिलाफ जहर उगला।
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किए गए पोस्ट में शहबाज शरीफ ने न सिर्फ पाकिस्तान की जीत का दावा किया, बल्कि भारत को संघर्ष के लिए दोषी भी ठहराया। उन्होंने लिखा, “भारत ने हम पर जंग थोपी थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत ने हमारी आजादी की पवित्रता को और मजबूत किया है और हमारे लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाया है।”
शहबाज शरीफ ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए मोहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा इकबाल को श्रद्धांजलि दी और पाकिस्तान के गठन को एक “असंभव सपना” का साकार होना बताया। लेकिन इसी संदेश में उन्होंने भारत के खिलाफ एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा चलाने की कोशिश की, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
हकीकत क्या है?
दरअसल,ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना नेपाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए थे।
पाकिस्तानी सेना ने इसके बाद भारतीय शहरों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु सेना और थल सेना ने समय रहते सभी हमलों को नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को भी तबाह किया।
शहबाज की बयानबाज़ी
शहबाज शरीफ ने अपने बयान में कहा, “अल्लाह के करम से हमारी बहादुर सेना ने दुश्मन के घमंड को चकनाचूर कर दिया। हमारे शहीदों ने देश के लिए जान दी और दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर किया।”
हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान के आंतरिक हालात से ध्यान भटकाने और जनता की भावनाएं भड़काने की एक कोशिश है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले ही चरमरा चुकी है और जनता सरकार से नाराज है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने अब तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान बार-बार झूठा प्रोपेगैंडा फैलाकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश करता है।

