New Delhi: अफगानिस्तान के दक्षिणी-पूर्वी इलाके में रविवार रात आए भयंकर भूकंप के कारण अफरा-तफरी मच गई। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.3 मापी गई, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। यह भूकंप न सिर्फ अफगानिस्तान, बल्कि पाकिस्तान में भी महसूस हुआ। भूकंप के झटके के बाद लोग अभी भी दहशत में हैं, जबकि राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
भूकंप के झटके
भूकंप रविवार रात 12:47 बजे आया। पहले 6.0 की तीव्रता का एक झटका महसूस हुआ, और इसके कुछ समय बाद 6.3 की तीव्रता का एक और भूकंप आया। इस भूकंप के कारण अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में भारी नुकसान हुआ है। नांगरहार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी ने बताया कि भूकंप के कारण नौ लोगों की मौत हुई और 25 लोग घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस हुए, लेकिन यहां कोई बड़ा नुकसान रिपोर्ट नहीं किया गया। पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए, लेकिन राहत कार्यों की कोई विशेष रिपोर्ट नहीं आई है।
तालिबान का बयान और राहत कार्य
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने भूकंप के बाद दुख व्यक्त किया और इस आपदा में मारे गए लोगों के प्रति शोक जताया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “दुर्भाग्य से, आज रात आए भूकंप से हमारे कुछ पूर्वी प्रांतों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय अधिकारी प्रभावित लोगों के बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। केंद्र और आस-पास के प्रांतों से सहायता दल भी पहुँच रहे हैं।” तालिबान सरकार ने इस आपदा के तुरंत बाद राहत कार्यों को तेज किया है और प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दल भेजे गए हैं। राहत कार्यों में शामिल स्थानीय अधिकारी और सहायता दल लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
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अफगानिस्तान में क्यों बार बार आता भूकंप
अफगानिस्तान एक भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है, जहां भूकंप आना आम बात है। इस घटना से पहले भी कई बार अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इस साल 28 मई को भी 4.7 की तीव्रता का भूकंप आया था, हालांकि इस भूकंप में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। वहीं, 16 अप्रैल को 5.9 की तीव्रता का एक और भूकंप आया था, जिसने कुछ प्रभावित क्षेत्रों में हल्का नुकसान किया था। इसके अलावा, भारत, नेपाल और चीन जैसे देशों में भी इस वर्ष भूकंप की घटनाएँ हो चुकी हैं। भूकंप के कारण इन देशों में भी जान-माल का नुकसान हुआ है और राहत कार्य जारी हैं। इन घटनाओं ने यह साबित किया है कि भूकंप प्राकृतिक आपदाओं का एक सामान्य हिस्सा हैं और इनसे निपटने के लिए पहले से तैयार रहना बहुत जरूरी है।