Site icon Hindi Dynamite News

Reasons Stomach Gas: पेट में रहती है लगातार गैस और कब्ज की समस्या? जानिए इसके पीछे का कारण और समाधान

अगर आपको रोज पेट में भारीपन, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
Post Published By: Sapna Srivastava
Published:
Reasons Stomach Gas: पेट में रहती है लगातार गैस और कब्ज की समस्या? जानिए इसके पीछे का कारण और समाधान

New Delhi: अगर आपको रोज पेट में भारीपन, गैस और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। इस खबर में जानिए इसके मुख्य कारण, इससे होने वाले खतरे और घरेलू समाधान।

गैस और कब्ज की समस्या क्यों होती है?

आज के समय में भागदौड़ भरी ज़िंदगी और गलत खानपान की आदतों की वजह से गैस और कब्ज एक आम समस्या बन चुकी है। लेकिन जब यह समस्या रोज हो, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।

पेट में गैस और कब्ज के मुख्य कारण

1. फाइबर की कमी: अगर आपकी डाइट में फाइबर की मात्रा कम है तो यह कब्ज का मुख्य कारण बनती है। फाइबर मल को नरम और बाहर निकालने में मदद करता है।

2. पानी की कमी: पर्याप्त पानी नहीं पीने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और आंतों में सूखापन आ जाता है, जिससे मल कठोर हो जाता है।

3. अनियमित भोजन समय: समय पर खाना नहीं खाने से पाचन तंत्र असंतुलित हो जाता है, जिससे गैस और कब्ज की समस्या होती है।

4. ज्यादा तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड: तेल-मसाले और जंक फूड का ज्यादा सेवन आंतों पर असर डालता है और गैस बनाता है।

5. तनाव और नींद की कमी: मानसिक तनाव पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। साथ ही नींद पूरी न होने पर पेट की मांसपेशियां सही से काम नहीं करतीं।

6. शारीरिक गतिविधि की कमी: बैठे रहने की जीवनशैली पाचन क्रिया को धीमा कर देती है और कब्ज बढ़ा देती है।

बचाव और घरेलू उपाय

  1. फाइबर युक्त भोजन करें: जैसे फल, सब्जियां, दलिया, चोकर वाली रोटियां।
  2. दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं।
  3. हर दिन 30 मिनट की वॉक या हल्की एक्सरसाइज करें।
  4. सुबह गुनगुना पानी और एक चम्मच शहद लें।
  5. त्रिफला चूर्ण या इसबगोल रात को सोने से पहले लें (डॉक्टर की सलाह से)।
  6. ध्यान, योग और पर्याप्त नींद लें।

डॉक्टर से कब मिलें?

डिस्क्लेमर

यह लेख केवल सामान्य जानकारी हेतु है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। अपने मन से इलाज शुरू न करें।

Exit mobile version