Lucknow: बॉलीवुड और यूट्यूब की चकाचौंध भरी दुनिया से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) लखनऊ जोनल मुख्यालय ने फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी गायक राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया समेत चार लोगों के खिलाफ गाजियाबाद पीएमएलए (PMLA) कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चार्जशीट एक ऐसे मामले से जुड़ी है जिसमें सांपों का गैरकानूनी इस्तेमाल कर करोड़ों की कमाई की गई।
किस के खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट?
1. एल्विश यादव (फेमस यूट्यूबर)
2. राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया (पंजाबी सिंगर)
3. गुरकरन सिंह धालीवाल (स्कॉय डिजिटल इंडिया प्रा. लि. के संचालक)
4. स्कॉय डिजिटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (चंडीगढ़ स्थित कंपनी)
ED की जांच में क्या सामने आया?
ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि स्कॉय डिजिटल इंडिया ने म्यूजिक वीडियोज़ में सांपों का इस्तेमाल कर करोड़ों की कमाई की। जांच के अनुसार, इस कंपनी ने चार गानों के लिए फाजिलपुरिया को ₹1 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जिसमें मशहूर गाना “32 बोर” भी शामिल है।
कानूनी रूप से क्यों है यह अपराध?
भारत में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत सांपों का पकड़ना, रखना, इस्तेमाल करना और उनका व्यापार करना प्रतिबंधित है। सांपों का जहर बेचना और सांपों को रेव पार्टियों में ले जाना अपराध की श्रेणी में आता है। ED ने सांपों के इस गैरकानूनी इस्तेमाल को मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़ा है और आरोपियों पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्यवाही की है।
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मेनका गांधी की संस्था की शिकायत बनी आधार
इस पूरे मामले की शुरुआत नवंबर 2023 में हुई थी जब पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनिमल्स ने नोएडा पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि एल्विश यादव और उनके साथियों द्वारा नोएडा और एनसीआर के फार्म हाउसों, क्लबों और होटलों में रेव पार्टियों के दौरान सांपों और उनके जहर का इस्तेमाल किया जाता है।
गिरफ्तारी और पूछताछ की पूरी टाइमलाइन
• 2 नवंबर 2023: नोएडा में एफआईआर दर्ज
• मार्च 2024: एल्विश यादव को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया
• सितंबर 2024: ईडी ने एल्विश और फाजिलपुरिया से पूछताछ की
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कोर्ट की प्रतिक्रिया और अगली सुनवाई
गाजियाबाद स्थित PMLA कोर्ट ने चार्जशीट स्वीकार करते हुए सभी आरोपियों को समन जारी कर दिया है। कोर्ट अब सभी का पक्ष सुनने के बाद अगली कार्यवाही करेगी। संभावना जताई जा रही है कि मामले की अगली सुनवाई इसी महीने के अंत में हो सकती है।
सेलिब्रिटी कल्चर पर सवाल
यह मामला केवल कानूनी नहीं, सामाजिक और नैतिक सवाल भी खड़ा करता है। क्या सेलिब्रिटीज़ कानून से ऊपर हैं? क्या मनोरंजन के नाम पर वन्यजीवों का शोषण जायज़ है? इन सवालों पर भी अब बहस तेज़ हो गई है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस मामले को लेकर नाराज़गी जताई है और कड़ी सजा की मांग की है।