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Sonbhadra News: कोन वन रेंज में माफियाओं का कहर, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन

सोनभद्र के ओबरा वन प्रभाग के कोन वन रेंज में वन भूमि पर अवैध कब्जा और पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
Post Published By: Asmita Patel
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Sonbhadra News: कोन वन रेंज में माफियाओं का कहर, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन

सोनभद्र: जिले के ओबरा वन प्रभाग के अंतर्गत कोन वन रेंज में वन माफियाओं द्वारा जंगल की संपदा को खुलेआम लूटा जा रहा है। बागेसोती बीट में झारखंड से आए लोगों ने उत्तर प्रदेश की सीमा में करीब 70 मीटर भीतर तक अवैध रूप से मकान बना लिए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में खोहिया जंगल, बड़ाप के ललुआखोह, बेवरा, अचरज, टेवना, भालुकूदर के धरनवा बॉर्डर, मिश्री, डोमा, चांचीकलां, नरहटी और हर्रा के पडरक्ष जैसे इलाकों में पेड़ों की बेहिसाब कटाई की जा रही है।

अवैध खनन और बालू परिवहन भी जोरों पर

इन जंगलों में न सिर्फ पेड़ों को काटा जा रहा है, बल्कि अवैध खनन और बालू का अवैध परिवहन भी खुलेआम किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन तमाम गतिविधियों के बावजूद वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। विभाग की भूमिका महज कागजी कार्रवाई तक सीमित रह गई है।

ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन

वन क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण और माफियाओं के खिलाफ बरवाहीखोली, हड़वरिया और घटवारिया गांवों के लोगों ने कैलास राम भारती के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही और माफियाओं की दबंगई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जंगल की भूमि खाली कराने, पेड़ों की रक्षा करने और अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की।

स्थानीय वन चौकी खाली

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कोन वन रेंज में तैनात अधिकारी और कर्मचारी कभी क्षेत्र में गश्त नहीं करते। स्थानीय वन चौकी वर्षों से खाली पड़ी है, जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। शिकायतों पर वन विभाग केवल झूठे आश्वासन देता है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

माफियाओं पर हो सख्त कार्रवाई

प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए, जंगल की भूमि और संपदा की रक्षा की जाए और अवैध गतिविधियों में लिप्त माफियाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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