Punjab: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में हाल ही में दो विरोधाभासी वीडियो सामने आने के बाद यह घटना और भी पेचीदा हो गई है। इस मामले की शुरूआत तब हुई, जब अकील अख्तर की मौत की सूचना उनके परिवार ने पुलिस को दी। हालांकि, मौत की शुरूआती जांच में परिवार ने कोई आशंका नहीं जताई थी। लेकिन बाद में सोशल मीडिया पर दो अलग-अलग वीडियो वायरल हुए। जिनमें अकील अख्तर ने अपने परिवार को लेकर दो अलग-अलग बयान दिए।
पहले वीडियो में क्या था, जिसके आधार पर हुआ मुकदमा दर्ज
पहले वायरल वीडियो में अकील अख्तर ने अपने पिता मोहम्मद मुस्तफा और अपनी मां एवं पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस वीडियो में उन्होंने दावा किया कि उनके पिता और उनकी पत्नी के बीच अवैध संबंध हैं। साथ ही उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों पर हत्या की साजिश रचने और झूठे केस में फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। अकील ने इस वीडियो में अपनी जान को खतरा बताया और कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए डाइंग डिक्लेरेशन भी दे दिया है। इस बयान के बाद पंचकूला पुलिस ने पूर्व डीजीपी, उनकी पत्नी, उनकी बेटी और पुत्रवधू के खिलाफ हत्या और साजिश के तहत FIR दर्ज की।
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दूसरे वीडियो ने मामले को और उलझा दिया
लेकिन मामले को और जटिल बनाने वाला दूसरा वीडियो सामने आया, जिसमें अकील अख्तर ने पहले लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने इस वीडियो में कहा कि वे उस वक्त बीमार थे, जिसके चलते उन्होंने गलत बयान दिए थे। इस वीडियो में उन्होंने अपने परिवार को क्लीन चिट देते हुए कहा कि परिवार उनके प्रति बहुत अच्छा व्यवहार कर रहा था। उन्होंने अपनी बहन की तारीफ भी की और कहा कि वह उनका बहुत ख्याल रखती है।
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एजेंसियों को सौंपी जांच
इस विरोधाभासी बयानबाजी ने जांच एजेंसियों के लिए स्थिति को काफी कठिन बना दिया है। पंचकूला पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जो इस पूरे प्रकरण की तह तक जाकर तथ्य उजागर करेगा। SIT इस बात की जांच कर रही है कि आखिर अकील अख्तर के दोनों वीडियो के बीच क्या सच्चाई है और उनकी मौत के पीछे क्या कारण हैं।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारी डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने कहा कि अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर को हुई थी। शुरुआती जांच में परिवार की ओर से कोई शंका व्यक्त नहीं की गई थी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था। लेकिन जब तीसरे पक्ष ने शिकायत दर्ज कराई और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बारे में जानकारी दी, तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए FIR दर्ज की और जांच शुरू की।
पुलिस के लिए चुनौती
अब यह मामला अदालत और पुलिस दोनों के लिए चुनौती बन गया है, क्योंकि दोनों वीडियो के बयानों में गहरा विरोधाभास है। जांच दल दोनों वीडियो की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या कोई बाहरी दबाव था या फिर किसी प्रकार की साजिश रची गई। इसके साथ ही पुलिस यह भी देख रही है कि मौत स्वाभाविक थी या उसमें कोई हत्या या आत्महत्या का पहलू शामिल है।