Purnia: बिहार के पूर्णिया जिले में मंगलवार की रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। जेडीयू नेता निरंजन कुशवाहा के बड़े भाई नवीन कुशवाहा, उनकी पत्नी कंचन माला सिंह और बेटी तनु प्रिया की मौत ने पूरे जिले में मातम का माहौल बना दिया है। यह घटना खजांची हाट थाना क्षेत्र के यूरोपियन कॉलोनी स्थित उनके घर की है।
मौत की खबर से मचा हड़कंप
परिवार के तीन सदस्यों की एक साथ मौत की खबर जैसे ही फैली, पूर्णिया में हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार, यह घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मृतक नवीन कुशवाहा की उम्र लगभग 52 वर्ष, पत्नी की उम्र 48 वर्ष और बेटी की उम्र 23 वर्ष थी।
परिवार में पसरा मातम
नवीन कुशवाहा पूर्णिया के प्रसिद्ध व्यवसायी थे और 2009 में बसपा से लोकसभा और 2010 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके थे। उनकी बेटी तनु प्रिया एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी, जबकि एक बेटा डॉक्टर और दूसरा बेटा खाद-बीज के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
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कैसे हुई यह दर्दनाक घटना?
दरअसल, मृतक के छोटे भाई निरंजन कुशवाहा, जो अब जेडीयू से जुड़े हैं, उन्होंने बताया कि उनकी भतीजी तनु प्रिया घर की सीढ़ियों से फिसलकर नीचे गिर गई। उसे बचाने के लिए बड़े भाई नवीन कुशवाहा पीछे-पीछे दौड़े और वे भी फिसलकर गिर पड़े। दोनों को गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जब पत्नी कंचन माला सिंह को इस हादसे की जानकारी मिली, तो वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्हें हार्ट अटैक आ गया। अस्पताल ले जाते समय उनकी भी मौत हो गई।
नेताओं का उमड़ा जमावड़ा
घटना की खबर मिलते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, जेडीयू मंत्री लेशी सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र यादव समेत कई स्थानीय नेता अस्पताल पहुंचे और शोक व्यक्त किया। पूर्णिया के मेयर और उपमेयर भी परिवार से मिलने पहुंचे।
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घटना पर उठे सवाल
भले ही परिवार की ओर से इसे हादसा बताया जा रहा है, लेकिन कई राजनीतिक नेताओं ने इस पूरी घटना को संदिग्ध बताया है। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि “तीन मौतें एक साथ होना संदेह से परे नहीं है, पुलिस को हर एंगल से जांच करनी चाहिए।” फिलहाल पुलिस ने घर को सील कर जांच शुरू कर दी है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों में शोक और सन्नाटा
घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। यूरोपियन कॉलोनी में लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरा शहर इस घटना से स्तब्ध है। इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे पूर्णिया जिले को गहरे शोक में डुबो दिया है।

