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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: स्ट्रांग रूम में बंद जनता का फैसला, 14 नवंबर को खुलेंगे भाग्य के दरवाज़े

बिहार चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान पूरा हो चुका है और अब पूरा राज्य 14 नवंबर की मतगणना का इंतजार कर रहा है। सभी ईवीएम स्ट्रांग रूम में सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में रखी गई हैं। एग्जिट पोल ने जहां एनडीए की वापसी का संकेत दिया है।
Post Published By: Asmita Patel
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: स्ट्रांग रूम में बंद जनता का फैसला, 14 नवंबर को खुलेंगे भाग्य के दरवाज़े

Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। अब हर जिले में स्ट्रांग रूम में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में रखा गया है। 14 नवंबर को मतगणना के दौरान ये ईवीएम उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खोली जाएंगी।

14 नवंबर को सुबह 8 बजे से मतगणना

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, 14 नवंबर की सुबह 8 बजे से पूरे बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना एक साथ शुरू होगी। इस बार पहले सभी पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी और उसके बाद ईवीएम की सील खोली जाएगी। हर विधानसभा क्षेत्र में मतगणना के लिए औसतन 14 ईवीएम की गिनती एक राउंड में की जाएगी। कुल राउंड की संख्या विधानसभा के आकार और बूथों की संख्या पर निर्भर करेगी। जिन सीटों पर बूथ कम हैं, वहां का परिणाम पहले आ सकता है, जबकि बड़े शहरी क्षेत्रों में अंतिम नतीजे देर शाम तक आने की संभावना है।

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सबसे पहले किस सीट का आएगा रिजल्ट?

राज्य में इस बार सबसे पहले परिणाम शेखपुरा जिले की बरबीघा विधानसभा सीट से आने की उम्मीद है। यहां मात्र 275 मतदान केंद्र हैं और लगभग 20 राउंड में पूरी गिनती पूरी हो जाएगी। पिछले चुनाव में बरबीघा सीट पर जीत का अंतर मात्र 113 वोटों का था। ऐसे में इस बार भी कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। बरबीघा के बाद दरभंगा की गौड़ाबौराम सीट का परिणाम आने की संभावना है, जहां 21 राउंड में 296 बूथों की मतगणना होगी।

कम बूथों वाली सीटें रहेंगी पहले नंबर पर

बरबीघा और गौड़ाबौराम के बाद जिन विधानसभा सीटों का परिणाम जल्दी आने की उम्मीद है, उनमें कुशेश्वरस्थान, मखदुमपुर, अलौली, खगड़िया, केसरिया, शेखपुरा, लौरिया, मधुबन, बिहपुर, जीरादेई, गोपालपुर, मोहिउद्दीननगर और अरवल शामिल हैं। इन क्षेत्रों में बूथों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, जिससे ईवीएम की गिनती जल्दी पूरी हो सकेगी। वहीं बड़े जिलों पटना, गया, भागलपुर और दरभंगा में मतगणना में अधिक समय लग सकता है।

पटना में सबसे पहले मोकामा सीट पर फैसला संभव

पटना जिले में कुल 14 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से मोकामा सीट का परिणाम सबसे पहले आने की संभावना है। मोकामा में 342 बूथ हैं और यहां 25 राउंड में गिनती पूरी होगी। यह सीट इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि यहां से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह मैदान में हैं, जो मतदान से ठीक पहले हत्या के एक मामले में जेल भेजे गए थे। मोकामा की गिनती के बाद बाढ़ (349 बूथ) और बख्तियारपुर (351 बूथ) सीटों का परिणाम भी लगभग एक ही समय पर आने की उम्मीद है।

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एग्जिट पोल के रुझान

एग्जिट पोल्स ने बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार की वापसी की संभावना जताई है। हालांकि, कई राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि महागठबंधन और छोटे दलों ने इस बार ग्रामीण इलाकों में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे कुछ सीटों पर नतीजे अप्रत्याशित हो सकते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि मतदान प्रतिशत, महिला मतदाताओं की भागीदारी और युवा वोटरों का रुझान इस चुनाव के परिणाम को प्रभावित करेगा।

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पर सख्त निगरानी

प्रत्येक जिले के स्ट्रांग रूम में सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्सेज की तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी स्ट्रांग रूम के बाहर चौबीसों घंटे निगरानी का अधिकार दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी या सुरक्षा उल्लंघन की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

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