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Uttarkashi: यमुनोत्री मार्ग पर लापता 2 यात्रियों के शव 14 दिन बाद बरामद

उत्तरकाशी के जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास भूस्खलन में लापता हुए दो यात्रियों के शव रविवार को बरामद हो गए हैं।
Post Published By: Jay Chauhan
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Uttarkashi: यमुनोत्री मार्ग पर लापता 2 यात्रियों के शव 14 दिन बाद बरामद

उत्तरकाशी: यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 23 जून को हुए भूस्खलन में लापता दो यात्रियों के शव रविवार को भगेली गाड़ यमुना नदी में मिले। शवों को सीएचसी नौगांव भेजा गया है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मृतकों की पहचान कमलेश जेठवा (35) मुंबई निवासी और भाविका शर्मा (11) कृष्णा विहार नई दिल्ली के रूप में हुई है।

जानकारी के अनुसार तीर्थयात्री जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौैकैंची के पास से गुजर रहे थे इसी दौरान पहाड़ से अचानक बोल्डर और मलबा गिर गया जिससे पैदल मार्ग पर जा रहे करीब चार से पांच लोग बोल्डर के साथ खाई में जा गिर गए थे।

चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने बताया कि घटनास्थल से एक शव और एक पैर बरामद हुआ है। शिनाख्त के लिए परिजनों को बुलाया गया है।

बता दें, जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास अचानक बोल्डर और मलबा गिर गया था। उस दौरान पैदल मार्ग पर जा रहे करीब चार से पांच लोग बोल्डर के साथ खाई में जा गिरे। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस का रेस्क्यू अभियान तभी से जारी था।

घटना के बाद  जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 9 कैंची के पास रेस्क्यू कार्य शुरू होने के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से और रेस्क्यू कार्य में व्यवधान उत्पन्न न होने के कारण यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है।

जानकीचट्टी चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने कहा कि जिला अधिकारी के पहुंचने पर भंडेली गाड़ यमुनोत्री वैकल्पिक मार्ग पर आवाजाही संचालित करने का निर्णय लिया जाएगा।

वहीं बीते शनिवार को सिलाई बैंड में बादल फटने के कारण मलबे और पानी के साथ बहे सात लोगों को ढूंढने के लिए चौथे दिन के खोज-बचाव अभियान में एनडीआरएफ की ओर खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। एनडीआरएफ और एसडीआर की ओर से मलबे सहित नदी के किनारे अभियान चलाया जा रहा है।

सिलाई बैंड के समीप बादल फटने से यमुनोत्री हाईवे का करीब 20 मीटर हिस्सा बह गया था। वहीं, ऊपरी क्षेत्र में बादल फटने से टेंट्स में रह रहे नौ मजदूर पानी और मलबे के तेज बहाव में बहने से लापता हो गए। बाद में दो लोगों के शव बड़कोट में यमुना नदी में मिले। सात लापता लोगों को ढूंढने के लिए सिलाई बैंड और यमुना तट पर खोज बचाव अभियान चल रहा है।
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