Site icon Hindi Dynamite News

Uttarakhand News: रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर भूस्खलन से सड़क मार्ग प्रभावित, बजी खतरे की घंटी

रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 के जवारी बाईपास पर भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग में गंभीर क्षति आई है। जमीन धंसने से दरारें आईं हैं, बिजली के तार हवा में लटके हैं और भारी वाहनों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।
Post Published By: Tanya Chand
Published:
Uttarakhand News: रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर भूस्खलन से सड़क मार्ग प्रभावित, बजी खतरे की घंटी

Rudraprayag: रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 का जवारी बाईपास क्षेत्र इन दिनों गंभीर संकट का सामना कर रहा है। भारी बारिश के बाद बाईपास पर भूस्खलन के कारण सड़क में भयंकर क्षति आई है। यह क्षेत्र लगातार सिंकिंग (जमीन धंसने) की समस्या का सामना कर रहा है और इस कारण जमीन में दरारें आ गई हैं। प्रशासन को तत्काल इस स्थिति पर नियंत्रण पाकर राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

सड़क में हो रहे लगातार बदलाव और खतरे की स्थिति

जवारी बाईपास के आसपास जमीन लगातार धसने की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिससे एक किलोमीटर के दायरे में सड़क की स्थिति बहुत खराब हो गई है। जमीन के धंसने के कारण सड़क के नीचे का हिस्सा खोखला हो गया है, जिससे सड़क की संरचना बहुत कमजोर हो चुकी है। इस हिस्से में पैराफिट (सुरक्षा दीवार) हवा में लटका हुआ है और बिजली के तार व पोल भी हवा में लटकते हुए देखे जा रहे हैं। इन बिजली के तारों का एक-दूसरे से टकरा जाना बिजली के करंट फैलने का बड़ा कारण बन सकता है।

रुद्रप्रयाग में खौफनाक हादसा: गौरीकुंड हाईवे पर गाड़ी के ऊपर गिरा भारी बोल्डर, दो की मौत और 3 घायल

बड़ी दुर्घटना का खतरा

सड़क के किनारे खड़ी यह दरारें और धंसी हुई जमीन किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं, खासकर तब जब भारी वाहन इस मार्ग से गुजरेंगे। स्थानीय लोग और यात्री छोटे वाहनों के जरिए रास्ता तय कर रहे हैं, जो कि खतरनाक हो सकता है। दरारें बढ़ने के कारण भारी वाहनों की आवाजाही को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रशासन को इस स्थिति का संज्ञान लेकर पूरी सड़क को अस्थायी तौर पर बंद करने पर विचार करना चाहिए।

भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग में क्षति के बाद प्रशासन की सतर्कता जरूरी

जवारी बाईपास पर भूस्खलन और लगातार धंसने से सड़क की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि यदि प्रशासन समय रहते कदम नहीं उठाता, तो आने वाले दिनों में बड़े नुकसान की संभावना है। एक और खतरनाक बात यह है कि यदि बिजली के पोल और तारों को समय पर नहीं हटाया जाता है तो करंट फैलने का खतरा बढ़ सकता है।

नैनीताल में भारी बारिश का अलर्ट, बच्चों की सुरक्षा के लिए 1 सितंबर को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी बंद रहेंगे

सड़क मार्ग की हालत को सुधारने के लिए स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को जल्द से जल्द काम में जुटना होगा। साथ ही, स्थानीय निवासियों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है और मार्ग को प्राथमिकता से सुरक्षित किया जाना चाहिए ताकि कोई अनहोनी न हो।

Exit mobile version