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Pharma Scam: देहरादून में नकली दवाओं का बड़ा खुलासा, चार फार्मा कंपनी के मालिक गिरफ्तार

देहरादून में नकली दवाओं के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ ने चार और लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन फार्मा कंपनियों के मालिक शामिल हैं। बिना ड्रग लाइसेंस 18 लाख टैबलेट सप्लाई की गई थीं।
Post Published By: Tanya Chand
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Pharma Scam: देहरादून में नकली दवाओं का बड़ा खुलासा, चार फार्मा कंपनी के मालिक गिरफ्तार

Dehradun: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने नकली दवाओं के निर्माण और बिक्री के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी विभिन्न फार्मास्यूटिकल कंपनियों के मालिक हैं, जो बिना लाइसेंस के भारी मात्रा में नकली दवाएं तैयार कर बाजार में बेच रहे थे।

अब तक 10 गिरफ्तारी, गिरोह का नेटवर्क बड़ा

एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि नकली दवाइयों के नेटवर्क के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। इससे पहले इस मामले में 6 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब जो चार और गिरफ्तारियां हुई हैं, उनमें तीन आरोपी देहरादून जिले के रहने वाले हैं जबकि एक मेरठ, उत्तर प्रदेश का निवासी है।

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बिना लाइसेंस सप्लाई की गई 18 लाख टैबलेट

जांच में सामने आया है कि किरोन लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड, बीएलबीके फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड, आक्सी फार्मा प्राइवेट लिमिटेड और जेन्टिक फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बिना ड्रग लाइसेंस के करीब 18 लाख टैबलेट्स फर्जी फर्म को सप्लाई की। ये टैबलेट्स बिना स्ट्रिप्स में पैक की गई थीं और दवा बिल में MRP शून्य (00) अंकित की गई थी, जो आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में आपूर्ति के लिए प्रयोग होती हैं।

कंपनियों की आड़ में चल रहा था अवैध कारोबार

आरोपियों ने अपनी-अपनी कंपनियों की आड़ में ये अवैध कार्य किया। नकली दवाओं का निर्माण और बिक्री करना न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान पहुंचता है। यह गिरोह प्रतिष्ठित ब्रांड्स की हूबहू नकली पैकिंग तैयार करता था, जिसमें रैपर, लेबल और QR कोड तक शामिल थे।

पहले भी हो चुकी है बड़ी बरामदगी

इस प्रकरण की शुरुआत 1 जून को हुई थी, जब संतोष कुमार को भारी मात्रा में नकली आउटर बॉक्स, लेबल और रैपर के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ थाना सेलाकुई में मुकदमा दर्ज किया गया और बाद में मामले की जांच एसटीएफ को ट्रांसफर कर दी गई थी।

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गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान

नवीन जांच में जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम और विवरण निम्नलिखित हैं

1. प्रदीप गौड़- मालिक, ऑक्सी फार्मा प्रा. लि., निवासी केवी थापा मार्ग, सेलाकुई
2. शैलेंद्र सिंह- मालिक, बीएलबीके फार्मास्यूटिकल्स प्रा. लि., निवासी उत्तमनगर, मेरठ
3. शिशिर सिंह- प्लांट हेड, जेंटिक फार्मास्यूटिकल्स प्रा. लि., निवासी प्रेमनगर, देहरादून
4. तेजेंद्र कौर- मालिक, किरोन लाइफ साइंस प्रा. लि., निवासी इंदिरापुरम, जीएमएस रोड, देहरादून

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