हमीरपुर : उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बन गई है। यहां मेरापुर मोहल्ला निवासी स्वामीदीन वर्मा के बेटे मनोज वर्मा ने 12 साल साथ रहने और तीन बच्चों का पिता बनने के बाद हिंदू रीति-रिवाज से प्रेमिका विमला से शादी रचा ली। मनोज जब दूल्हा बनकर निकला तो उसे देखने के लिए मोहल्ले में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, करीब 12 साल पहले मनोज रायबरेली में काम करता था, जहां उसकी मुलाकात विमला से हुई। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और फिर मनोज विमला को हमीरपुर ले आया। दोनों ने समाज की परवाह किए बगैर प्रेम विवाह कर लिया और साथ रहने लगे। इस दौरान उनके तीन बच्चे हुए, जिनमें सबसे बड़ा बच्चा अब 10 साल का है।
हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने का दबाव
हालांकि, अब तक दोनों ने हिंदू धर्म के अनुसार कोई औपचारिक विवाह नहीं किया था। मनोज के पिता स्वामीदीन वर्मा ने बताया कि वह चाहते थे कि उनका बेटा सामाजिक तौर पर भी विवाहित कहलाए। उन्होंने खुद अपने बेटे पर हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने का दबाव बनाया, ताकि उसका ‘कुंवारापन’ खत्म हो जाए। उनका मानना है कि इससे परिवार को मानसिक और सामाजिक शांति भी मिलेगी।
इस शादी की एक खास बात यह रही कि तीनों बच्चों को इस समारोह से दूर रखा गया। केवल मनोज ने ही विवाह की शपथ ली, क्योंकि विमला की यह दूसरी शादी थी। परिवार के मुताबिक, सामाजिक परंपराओं और रीति-रिवाजों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया।
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मनोज और विमला की यह शादी मोहल्ले में ही नहीं बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का केंद्र बन गई है। कुछ लोग इसे साहसिक कदम बता रहे हैं, तो कुछ इसे अनूठी सामाजिक स्थिति का उदाहरण मान रहे हैं। हालांकि, सालों तक साथ रहने के बाद अब दोनों का रिश्ता कानूनी और धार्मिक तौर पर भी पक्का हो गया है।