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लग्जरी जिंदगी जीने के लिए चुना अपराध का रास्ता, जिस थाली में खाया, उसी में किया छेद

महंगे शौक ने रितिक और अमन को अपराध का रास्ता दिखा दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Mayank Tawer
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लग्जरी जिंदगी जीने के लिए चुना अपराध का रास्ता, जिस थाली में खाया, उसी में किया छेद

नोएडा: थाना सेक्टर-49 पुलिस ने मोबाइल चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए दो चोरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 5 लाख रुपये की कीमत के कुल 18 स्मार्टफोन बरामद किए गए हैं। आरोपियों की पहचान रितिक और अमन के रूप में हुई है। जो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले हैं और नोएडा के बरौला इलाके में काम कर रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी रितिक बरौला में स्थित एक मोबाइल शोरूम ‘पीएसए मोबाइल वर्ल्ड’ में बतौर कर्मचारी काम करता था। वहीं उसका दोस्त अमन पास की ही एक अन्य दुकान में कार्यरत था। दोनों पहले से एक-दूसरे को जानते थे। आर्थिक तंगी और जल्द पैसे कमाने की लालच में आकर उन्होंने चोरी की साजिश रची।

ऐसे रचा गया चोरी का प्लान

एडीसीपी सुमित शुक्ला ने जानकारी दी कि 16 जून 2025 को दिन में रितिक और अमन ने मिलकर मोबाइल चोरी का प्लान बनाया। योजना के अनुसार रितिक ने दुकान बंद करने से ठीक पहले अमन को चुपके से दुकान के अंदर छिपा दिया और खुद दुकान बंद कर चाबी मकान मालिक के किरायेदार को सौंप दी। जिससे किसी को शक न हो।

रात में मोबाइल बैग में भरकर हुआ फरार

योजना के मुताबिक अमन 17 जून की रात लगभग डेढ़ बजे दुकान के भीतर से बगल में बनी सीढ़ियों के सहारे बालकनी से नीचे उतरा और मोबाइल फोन से भरा बैग लेकर मौके से फरार हो गया। चोरी किए गए मोबाइलों की संख्या 18 थी, जो विभिन्न कंपनियों के थे और कुल कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है।

जल्दी पैसे कमाने का लालच

पूछताछ में अमन ने बताया कि उसका दोस्त रितिक ही चोरी की योजना का मास्टरमाइंड था। रितिक ने बताया कि मोबाइल चोरी कर उन्हें सस्ते दामों पर बेचकर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है, जिससे दोनों को बराबर मुनाफा मिलेगा। लालच में आकर अमन ने उसका साथ दे दिया और चोरी को अंजाम दिया।

पुलिस ने कैसे पकड़ा?

पुलिस को चोरी की सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज, लोकल इंटेलिजेंस और कॉल डिटेल्स के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। बरामद मोबाइल फोन और उनकी स्वीकारोक्ति के बाद आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।

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