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कन्नौज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चेतावनी, वोटर लिस्ट घोटाले पर भी फूटा गुस्सा; जानिए क्या कहा?

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कन्नौज दौरे ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। साधु-संतों को राजनीति से दूर रहने की चेतावनी और वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला उनके तेवर को दिखाता है। उपराष्ट्रपति पर कटाक्ष और बिजली भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा आरोप भी लगाया।
Post Published By: Poonam Rajput
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कन्नौज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चेतावनी, वोटर लिस्ट घोटाले पर भी फूटा गुस्सा; जानिए क्या कहा?

Kannauj: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। अखिलेश ने पार्टी नेता राजेश पाल के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद वह गौरी शंकर मंदिर जाने के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में सपा नेता कैश खां के कहने पर उन्होंने अपना काफिला रोका और उनके गेस्ट हाउस में कुछ देर रुककर हालचाल जाना।

सपा कार्यकर्ताओं ने की जमकर नारेबाजी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और माहौल को पूरी तरह पार्टी के रंग में रंग दिया। गेस्ट हाउस से निकलकर अखिलेश नगर अध्यक्ष के आवास की ओर रवाना हुए। उन्होंने संकेत दिए कि वह कन्नौज में देर शाम तक रुक सकते हैं, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दिया ये बयान

बयानबाज़ी के दौरान अखिलेश यादव ने कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कुंवारी लड़कियों को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। बिना नाम लिए अखिलेश ने साफ कहा कि “हम सभी साधु-संतों से कहेंगे कि वे राजनीति से दूर रहें और मनु बनने की कोशिश न करें।”

प्रदेश में बिगड़ती बिजली व्यवस्था पर अखिलेश ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब खुद बिजली मंत्री ही परेशानी में हैं तो आम जनता का क्या हाल होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे यूपी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और चारों तरफ लूट मची है।

बिहार की वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ को लेकर भी अखिलेश ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार आठ करोड़ वोटर्स को प्रभावित करना चाहती है। बीजेपी के पास जैसे आधार कार्ड बनाने की मशीन है, ऐसे में सरकार को मानसिक आधार पर कार्ड जारी करना चाहिए ताकि फर्जीवाड़े पर रोक लगे।

उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर भी अखिलेश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर उनकी तबियत खराब थी तो कोई भाजपा नेता उन्हें देखने क्यों नहीं गया? उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बीजेपी वाले हर जगह फोटो खींचकर भेजते हैं, लेकिन इस बार ऐसा क्यों नहीं किया गया? अब जब वे बीजेपी को पसंद नहीं आए तो उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। अखिलेश यादव के इस दौरे ने न केवल समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया, बल्कि आगामी पंचायत चुनाव के लिए जमीन भी तैयार कर दी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से चुनाव की तैयारी में पूरी ताकत झोंकने को कहा।

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