Raebareli: जिले में देर रात एक बार फिर पुलिस विभाग में तबादलों की बड़ी लहर चली। एसपी डॉ यशवीर सिंह ने कई थाना क्षेत्रों के कार्यभार में बदलाव करते हुए 13 पुलिस अधिकारियों का एक साथ तबादला कर दिया। इस अचानक हुई कार्रवाई ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है।
सूत्रों के अनुसार, जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने और लापरवाही पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई है। इस फेरबदल में कुछ अधिकारियों को हटाकर लाइन हाजिर किया गया है, तो कुछ को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं।
तबादलों की पूरी सूची इस प्रकार है:
इंस्पेक्टर राजीव सिंह को बछरावां का नया कोतवाली प्रभारी बनाया गया है।
इंस्पेक्टर अजय राय को जगतपुर थानाध्यक्ष के पद से हटाकर मिल एरिया कोतवाल बनाया गया है।
पंकज त्यागी को जगतपुर थानाध्यक्ष का नया प्रभार सौंपा गया है।
शिवाकांत पांडे को सरेनी कोतवाली से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है।
रमेश चंद्र यादव को सरेनी का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है।
इंस्पेक्टर राकेश चंद्र को भदोखर थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।
दयानंद तिवारी को भदोखर से हटाकर गदागंज भेजा गया है।
इंस्पेक्टर बालेन्दु गौतम को नसीराबाद का नया थानेदार बनाया गया है।
कमलेश कुमार को नसीराबाद से हटाकर बछरावां में अतिरिक्त निरीक्षक नियुक्त किया गया है।
सुरेंद्र कुमार को बछरावां से हटाकर अतिरिक्त निरीक्षक के पद से स्थानांतरित किया गया है।
इसके अलावा तीन अन्य पुलिसकर्मियों का भी स्थानांतरण किया गया है, जिनकी आधिकारिक जानकारी अगले आदेश के साथ साझा की जाएगी। इस रातों-रात हुई तबादला कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हैं। माना जा रहा है कि हालिया अपराध बढ़ने और जनता से प्राप्त हो रही शिकायतों को आधार बनाकर यह कदम उठाया गया है। वहीं पुलिस विभाग के भीतर इस फेरबदल को संतुलन बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जिससे ज़िले की सुरक्षा व्यवस्था और जवाबदेही को बेहतर किया जा सके।
हालांकि इस तबादला एक्सप्रेस की असली वजहों पर अभी अधिकारी कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं कर रहे। पुलिस महकमे के उच्च सूत्रों के अनुसार, कुछ थाना क्षेत्रों में शिकायतों की संख्या लगातार बढ़ रही थी और अनुशासनहीनता भी देखी जा रही थी। एसपी डॉ यशवीर सिंह ने पहले भी कई बार स्पष्ट किया है कि कार्य में लापरवाही, जनता से दुर्व्यवहार और रिपोर्टिंग में गड़बड़ी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अब देखना होगा कि इस नए बदलाव से रायबरेली की कानून व्यवस्था को कितना बल मिलता है और इन अधिकारियों की नई तैनाती से क्या असर पड़ता है।

