महराजगंज: जनपद के धानी ब्लॉक क्षेत्र में स्थित राम जानकी मंदिर के पास इन दिनों कूड़ा-कचरा डंप किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में कूड़े में सड़न और उससे उठने वाली दुर्गंध ने रिहायशी इलाके की स्थिति नारकीय बना दी है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इसके चलते संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को बताया कि नगर पंचायत की ओर से कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। सफाईकर्मी नियमित रूप से ड्यूटी पर नहीं आते, जिससे पूरे इलाके में गंदगी और कूड़े का अंबार लगा रहता है। इस लापरवाही के कारण ग्रामीणों में गहरा रोष है।
कूड़ा निस्तारण केंद्र का कराया गया निर्माण
सरकार द्वारा गांवों को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से लगभग प्रत्येक गांव में आरआरसी (कूड़ा निस्तारण केंद्र) का निर्माण कराया गया है। इन केंद्रों का उद्देश्य गांवों से निकलने वाले कचरे को एक निर्धारित स्थान पर एकत्र करना और उसका उचित प्रबंधन करना था। लेकिन धानी क्षेत्र में बने आरआरसी सेंटर का प्रयोग तक नहीं किया जा रहा है, जिससे सरकार की योजनाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
लोग दुर्गंध और मच्छरों से हैं परेशान
कस्बे से निकलने वाला कचरा सीधे राम जानकी मंदिर के पास स्थित खाली जमीन पर फेंका जा रहा है। यह स्थान आबादी के बेहद करीब है, जिससे आसपास रहने वाले लोग लगातार दुर्गंध और मच्छरों से परेशान हैं। स्थानीय निवासी बताते हैं कि कई बार शिकायत करने के बावजूद न तो सफाई की व्यवस्था सुधरी है और न ही कूड़ा फेंकने की जगह बदली गई है।
किया गांवों को स्वच्छ रखने का दावा
जहां एक ओर सरकार स्वच्छ भारत मिशन और अन्य योजनाओं के तहत गांवों को स्वच्छ रखने का दावा कर रही है, वहीं धानी क्षेत्र की जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। न तो कूड़ा नियमित उठाया जा रहा है और न ही बने आरआरसी सेंटरों का कोई इस्तेमाल हो रहा है।
जल्द कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था की उठी मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, वरना संक्रामक बीमारियों का खतरा और अधिक बढ़ सकता है। ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन का रास्ता भी अपना सकते हैं।

