लखीमपुर खीरी: जनपद के बिजुआ ब्लॉक अंतर्गत महेशापुर गांव निवासी किसान राजेंद्र प्रसाद राठौर की लगभग 13 बीघा गन्ने की फसल गुरुवार को अचानक आग की चपेट में आकर पूरी तरह जलकर नष्ट हो गई। इस घटना से किसान को करीब दो लाख रुपये का भारी नुकसान हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना के पीछे घुरहा गांव के एक किसान द्वारा अपने खेत में पराली जलाए जाने को कारण बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पराली जलाते समय अचानक आग ने विकराल रूप ले लिया और तेज़ हवा के चलते वह पास के खेतों तक पहुंच गई। इस दौरान राजेंद्र प्रसाद राठौर के खेत में लगी गन्ने की फसल आग की चपेट में आ गई और कुछ ही पलों में पूरा खेत जलकर राख हो गया।
फसल जल हुई राख
आग लगने की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और गन्ने की पूरी फसल जल चुकी थी। इस आगजनी की घटना से राजेंद्र प्रसाद राठौर सदमे में हैं और उन्होंने तुरंत पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
महीनों की मेहनत बेकार
किसान राजेंद्र प्रसाद राठौर का कहना है कि गन्ने की फसल तैयार अवस्था में थी, जिसे जल्द ही चीनी मिल भेजने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन अचानक लगी आग ने उनकी महीनों की मेहनत और निवेश को पल भर में राख में बदल दिया।
जांच के होगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में पूछे जाने पर एसओ सुनील कुमार मलिक ने कहा कि उन्हें अभी घटना की कोई जानकारी नहीं है। जांच के उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी।
किसानों में गहरा रोष
यह घटना न केवल एक किसान की आजीविका पर चोट है, बल्कि पराली जलाने जैसी गैरजिम्मेदार हरकतों के खतरनाक परिणाम को भी उजागर करती है। क्षेत्र के किसानों में घटना को लेकर गहरा रोष और चिंता है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर सख्त रुख अपनाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और किसानों की मेहनत यूं बर्बाद न हो।