Indo–Nepal Border: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली बॉर्डर पर आगामी मोहर्रम और कांवड़ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिरीक्षक (आईजी) एम. आर. नायक ने निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को त्योहारों के दौरान किसी भी तरह की चूक से बचने और सतर्क रहने के सख्त निर्देश दिए।
त्योहारों के लिए सुरक्षा व्यवस्था
मोहर्रम और कांवड़ यात्रा के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह अलर्ट है। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार आईजी एम. आर. नायक ने सोनौली बॉर्डर पर तैनात एसएसबी और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें त्योहारों के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रणनीति बनाई गई। उन्होंने सुरक्षा बलों को सीमा पर चौकसी बढ़ाने और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया।
नेपाल से श्रद्धालुओं की आवाजाही
हर वर्ष सावन माह में कांवड़ यात्रा के लिए नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोनौली बॉर्डर के रास्ते भारत में गंगा जल लेने आते हैं। इस दौरान खुली सीमा का फायदा उठाकर देश-विरोधी तत्व कोई गड़बड़ी न करें, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। एसएसबी और पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है और हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी के साथ पहचान पत्र की जांच की जा रही है।
तकनीकी निगरानी और सतर्कता
सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरों के जरिए लगातार निगरानी की जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के लिए टीमें तैनात हैं। आईजी ने जोर देकर कहा कि त्योहारों के दौरान किसी भी देश-विरोधी तत्व को भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सीमा पर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की सघन तलाशी ली जा रही है। आईडी कार्ड की जांच की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है। इन कदमों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी असामाजिक तत्व भारत में प्रवेश न कर सके।
सामाजिक शांति की अपील
एसएसबी और पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें। यह कदम सामाजिक शांति और सुरक्षा को बनाए रखने में मदद करेगा।