महराजगंज: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव और युद्ध जैसी स्थिति को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा (Indo Nepal border) पर रेड अलर्ट लागू किया गया है। खासकर सोनौली सीमा पर, जहां आतंकी घुसपैठ और अराजक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। सोनौली सीमा पर आतंकी घुसपैठ और अराजक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
वहीं सुरक्षा एजेंसियां इस बात को लेकर सतर्क हैं कि नेपाल के रास्ते कोई भी आतंकी या अवांछित तत्व भारतीय सीमा में प्रवेश न कर सके। इसके लिए सोनौली सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), स्थानीय पुलिस और पीएससी बल (PSC force) संयुक्त रूप से निगरानी और जांच में जुटे हैं। सीमा के मुख्य मार्गों के साथ-साथ पगडंडियों और छोटे रास्तों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
सोनौली (महराजगंज) : भारत-नेपाल बॉर्डर पर रेड अलर्ट
➡️हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
➡️SSB, पुलिस व PAC बल कर रहे हैं संयुक्त जांच
➡️नेपाल सीमा से आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए सख्त निगरानी
➡️सीमा पार करने वालों के ID की सघन जांच
➡️नेपाल से आने वाले वाहनों और सामान की गहन तलाशी… pic.twitter.com/XAOCgQzIBx
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) May 12, 2025
सीमा पार आने-जाने वालों की हो रही जांच
सोनौली में सुरक्षा बलों द्वारा हर आने-जाने वाले व्यक्ति और वाहन की गहन जांच की जा रही है। नेपाल से भारत में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों और उनमें रखे सामानों की बारीकी से तलाशी ली जा रही है। इसके अलावा, सीमा पार करने वालों के पहचान पत्रों की सत्यता की जांच के बाद ही उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या सामग्री सीमा पार न कर सके।
सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। सीमा पर तैनात जवान दिन-रात चौकसी बरत रहे हैं ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ या अवैध गतिविधि को रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि सीमा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
देख की सुरक्षा ही प्राथमिकता
गौरतलब है कि इस युद्ध विराम (Ceasefire) समझौते के बाद भारत और पाकिस्तान (India Pakistan War) के बीच तनाव में कमी की उम्मीद तो जताई जा रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं। सोनौली (Sonauli ) सहित भारत-नेपाल सीमा के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की सतर्कता बरती जा रही है। सुरक्षा बलों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता देश की सुरक्षा और नागरिकों की जान-माल की रक्षा करना है।
स्थानीय लोगों ने भी सुरक्षा बलों के इस प्रयास की सराहना की है। उनका कहना है कि सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से उन्हें सुरक्षित महसूस हो रहा है। साथ ही, व्यापार और आवागमन में भी जांच प्रक्रिया के बावजूद ज्यादा असुविधा नहीं हो रही है।
सोनौली में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम समझौते के इस नाजुक दौर में सुरक्षा बलों की यह सतर्कता देश की सीमाओं को और मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रही है।

