जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि गोरखपुर महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि गोरखपुर की पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर है। इसलिए हर इकाई की प्रस्तुति उच्च गुणवत्ता वाली होनी चाहिए।

डीएम ने जिले के जिम्मेदारों अफसरों के साथ की हाईलेवल बैठक
Gorakhpur: पूर्वांचल की सांस्कृतिक विरासत, स्थानीय कला, पर्यटन और इको टूरिज़्म को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से आयोजित होने वाला गोरखपुर महोत्सव 2026 अब पूरे शबाब पर है। आगामी 11 से 17 जनवरी तक चंपा देवी पार्क में भव्य आयोजन होगा। महोत्सव की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी एवं उपाध्यक्ष गोरखपुर महोत्सव की अध्यक्षता में की गई। जिसमें आयोजन को राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप देने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए।
गोरखपुर की पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर
जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि गोरखपुर महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि गोरखपुर की पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर है। इसलिए हर इकाई की प्रस्तुति उच्च गुणवत्ता वाली होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि महोत्सव में लगने वाले सभी स्टाल थीम आधारित, आकर्षक और सुव्यवस्थित हों। हर स्टाल पर उसका ओडीओपी उत्पाद, जिला और ब्रांडिंग स्पष्ट रूप से अंकित हो।
सुरक्षा व्यवस्था को बनाएंगे बेहतर
सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि महोत्सव में प्रवेश, सुरक्षा, मीडिया और प्रबंधन से जुड़े व्यक्तियों के लिए अलग-अलग रंग के आई-कार्ड जारी किए जाएं, जिससे किसी भी स्तर पर भ्रम की स्थिति न बने।
पेंटिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन होगा
महोत्सव के व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि महोत्सव की आधिकारिक वेबसाइट को तुरंत सक्रिय किया जाए और उस पर कार्यक्रम, तिथियां, प्रतियोगिताओं और प्रस्तुतियों का विस्तृत विवरण उपलब्ध कराया जाए। युवाओं को जोड़ने के लिए ऑनलाइन पेंटिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित करने पर भी विशेष जोर दिया गया।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान
स्थल व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी ने साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व पार्किंग को प्राथमिकता में रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि आगंतुकों को महोत्सव में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए हर विभाग समन्वय बनाकर काम करे। महोत्सव में पारंपरिक खेल प्रतियोगिताएं, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां, स्कूल-कॉलेज के छात्रों के कार्यक्रम, शिल्प मेला तथा साहित्य, पत्रकारिता, कला और समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित करने की बड़ी योजना पर भी चर्चा की गई।
कलाकारों को मिलेगा आगे बढ़ने का मौका
स्थानीय कलाकारों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। कलाकार 10 दिसंबर 2025 तक और वाणिज्यिक स्टालों के आवेदक 20 दिसंबर 2025 तक सचिव, गोरखपुर महोत्सव समिति/उप निदेशक पर्यटन कार्यालय में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।
गोरखपुर महोत्सव 2026 सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी, उपाध्यक्ष जीडीए आनंद वर्धन सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और महोत्सव को सफल बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। गोरखपुर महोत्सव 2026 अब पूरे पूर्वांचल के लिए सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बनने जा रहा है।