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डाइनामाइट न्यूज की खबर का बड़ा असर! गोरखपुर महिला आरक्षियों की शिकायत पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, IPS आनंद कुमार सस्पेंड, RTC निलंबित

डाइनामाइट न्यूज की खबर का बड़ा असर सामने आया है। 26वीं बटालियन PAC गोरखपुर में तैनात महिला आरक्षियों द्वारा की गई गंभीर शिकायतों पर शासन ने ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए बड़ा कदम उठाया है।
Post Published By: Rohit Goyal
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डाइनामाइट न्यूज की खबर का बड़ा असर! गोरखपुर महिला आरक्षियों की शिकायत पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, IPS आनंद कुमार सस्पेंड, RTC निलंबित

Gorakhpur: गोरखपुर में डाइनामाइट न्यूज की खबर का बड़ा असर सामने आया है। 26वीं बटालियन PAC गोरखपुर में तैनात महिला आरक्षियों द्वारा की गई गंभीर शिकायतों पर शासन ने ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए बड़ा कदम उठाया है। इस मामले में IPS अधिकारी आनंद कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं RTC गोरखपुर के प्रभारी संजय राय को भी निलंबित कर दिया गया है।

महिला आरक्षियों ने लंबे समय से कैंप में अव्यवस्था, असहज माहौल और कई स्तर पर शोषण व अभद्रता की शिकायत की थी। ट्रेनिंग के दौरान महिला पुलिसकर्मियों की तबियत बिगड़ने और बेहोश होने की घटनाओं ने पूरे मामले को तूल दे दिया था। डाइनामाइट न्यूज ने इस पूरे मुद्दे को लगातार प्रमुखता से उठाया और महिला आरक्षियों की आवाज शासन तक पहुंचाई, जिसके बाद सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए जांच कराई और सख्त कार्रवाई की।

सूत्रों के मुताबिक, जांच में महिला आरक्षियों की शिकायतों में कई महत्वपूर्ण तथ्य सही पाए गए। कैंप में पीने के पानी, शौचालय, भोजन की अव्यवस्था से लेकर ट्रेनिंग में मानसिक दबाव और अधिकारियों द्वारा अनुचित व्यवहार की पुष्टि हुई। महिला आरक्षियों ने बाथरूम में हिडन कैमरे की आशंका भी जताई थी, जिसे लेकर शासन ने उच्च स्तरीय जांच बिठा दी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह कार्रवाई बड़ा संदेश देती है कि किसी भी स्तर पर महिला कर्मचारियों के सम्मान और गरिमा से समझौता नहीं किया जाएगा। गोरखपुर PAC कैंप में बड़ी संख्या में महिला रिक्रूट्स की ट्रेनिंग चल रही है, जहां कई बार उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े मामलों को नजरअंदाज किया जा रहा था।

अब शासन की इस कार्रवाई से अन्य जिलों के प्रशिक्षण केंद्रों में भी व्यवस्थाओं की पड़ताल शुरू हो गई है। यह कार्रवाई आने वाले समय में उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली में सकारात्मक सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

 

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