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जगन्नाथ यात्रा से पहले तनाव का माहौल, पुलिस और साधु-संतों के बीच टकराव, जानें पूरा मामला

जगन्नाथ यात्रा को लेकर कानपुर में इस वक्त मामला गरमाया हुआ है। पुलिस ने धार्मिक कार्यों में विवाद खड़ा कर दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Subhash Raturi
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जगन्नाथ यात्रा से पहले तनाव का माहौल, पुलिस और साधु-संतों के बीच टकराव, जानें पूरा मामला

कानपुर: जिले के बादशाही नाका क्षेत्र स्थित पीपल वाली कोठी में शुक्रवार को साउंड सिस्टम लगाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। महंत जितेंद्र दास द्वारा जगन्नाथ यात्रा की तैयारियों के तहत धार्मिक कार्यक्रम के लिए साउंड लगाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसमें बाधा डाल दी। इसी को लेकर मामला गरमाया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, महंत जितेंद्र दास ने आरोप लगाया कि बादशाही नाका चौकी इंचार्ज ने साउंड सिस्टम को लेकर बातचीत के दौरान उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और धार्मिक आयोजन को जबरन रोकने की कोशिश की। इस बात से नाराज होकर महंत और उनके समर्थकों ने तत्काल धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

महंत, पार्षद और श्रद्धालुओं ने दिया धरना

घटना के बाद महंत जितेंद्र दास, क्षेत्रीय पार्षद और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पीपल वाली कोठी के सामने धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुछ लोगों का कहना था कि यह धार्मिक आयोजन वर्षों से होता आ रहा है और साउंड सिस्टम पर आपत्ति करना अनुचित है।

जगन्नाथ यात्रा से पहले बढ़ा तनाव

विवाद ऐसे समय हुआ है जब क्षेत्र में वार्षिक जगन्नाथ यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह यात्रा शहर का प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं। स्थिति को देखते हुए कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की अराजकता या तनाव को रोका जा सके। क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन ने फ्लैग मार्च भी किया।

प्रशासन ने की समझाने की कोशिश

धरना स्थल पर प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने पहुंचकर महंत और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। हालांकि देर शाम तक कोई ठोस समझौता नहीं हो सका था। महंत जितेंद्र दास का कहना था कि जब तक दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा।

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