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गोरखपुर के पिपराइच में पैमाइश के दौरान बवाल, पत्थरबाजी में चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

गोरखपुर: पिपराइच में पैमाइश के दौरान बवाल, पुलिस पर पत्थरबाजी, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन हाजिर,पढिए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर के पिपराइच में पैमाइश के दौरान बवाल, पत्थरबाजी में चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

गोरखपुर: पिपराइच थाना क्षेत्र में शनिवार को भूमि विवाद की पैमाइश के दौरान हुए बवाल से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तनावपूर्ण स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ लोगों ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर अचानक पथराव शुरू कर दिया। घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करन नय्यर ने कड़ा रुख अपनाते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।

डायनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार पिपराइच के एक गांव में भूमि विवाद की पैमाइश हो रही थी। यह विवाद काफी समय से चल रहा था और मौके पर पहले से ही तनाव का माहौल था। जैसे ही राजस्व टीम पैमाइश करने पहुंची तो कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के आक्रामक होने से मामला और गंभीर हो गया।

इस पूरी घटना में पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे, जिस पर एसएसपी राज करण नय्यर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद चार पुलिसकर्मियों इंस्पेक्टर अम्बरीश, इंस्पेक्टर राजेश, कांस्टेबल दीपक और कांस्टेबल शैलेंद्र को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया।

एसएसपी ने साफ कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग ने पूरे मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पुलिस ने शांति भंग करने और मारपीट के आरोप में चार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इलाके में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

स्थानीय लोगों के मुताबिक यह विवाद काफी समय से चल रहा था और कई बार पंचायत स्तर पर इसे सुलझाने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। अब प्रशासन ने साफ कर दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना पुलिस प्रशासन के लिए चेतावनी है कि वह भूमि विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में अतिरिक्त सतर्कता बरते ताकि जन सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनी रहे।

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