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Bijnor Flood Alert: बिजनौर में खतरे की घंटी, क्या आने वाली है बड़ी मुसीबत?

बिजनौर में गंगा बैराज का तटबंध टूट गया है, जिससे इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने दो दर्जन से अधिक गांवों को खाली कराया और बैराज रोड बंद कर दी। किसानों की फसलों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
Post Published By: Poonam Rajput
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Bijnor Flood Alert: बिजनौर में खतरे की घंटी, क्या आने वाली है बड़ी मुसीबत?

Bijnor: बिजनौर से एक बड़ी खबर सामने आई है। गंगा बैराज से जुड़े रावली तटबंध के टूट जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। प्रशासन की लाख कोशिशों और दिन-रात की मेहनत के बावजूद तटबंध का कटान नहीं रोका जा सका। इसके चलते आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

एनएच-119 मार्ग बंद, यातायात प्रभावित

तटबंध टूटने के बाद एनएच-119 दिल्ली–पौढ़ी मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने यह कदम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया है। मार्ग बंद होने से स्थानीय आवागमन और परिवहन सेवाओं पर सीधा असर पड़ा है। कई वाहन चालकों और आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दो दर्जन से ज्यादा गांव बाढ़ की जद में

तटबंध टूटने से लगभग दो दर्जन गांवों में पानी घुसने का खतरा पैदा हो गया है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है क्योंकि अगर पानी गांवों में घुसता है तो जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा।

किसानों की फसलों पर संकट

इस घटना का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ने की आशंका है। सैकड़ों बीघा में खड़ी फसलें पानी में डूबने के कगार पर हैं। पहले से ही मौसम की मार झेल रहे किसान अब बाढ़ के खतरे से चिंतित हैं। प्रशासन का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और प्रभावित किसानों को हर संभव मदद दी जाएगी।

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गांव खाली कराए, लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए

गंगा किनारे बसे गांवों को प्रशासन ने अलर्ट जारी कर खाली करवाना शुरू कर दिया है। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत और बचाव टीम मौके पर तैनात हैं ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।

प्रशासन की नाकामी पर सवाल

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने तटबंध को बचाने की कोशिश जरूर की लेकिन समय रहते ठोस कदम न उठाए जाने से यह हादसा हुआ। अब जबकि तटबंध पूरी तरह टूट चुका है, लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रशासन की इस नाकामी ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर इतनी बड़ी घटना को रोकने में चूक क्यों हुई।

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हालात पर कड़ी निगरानी

फिलहाल प्रशासन ने बैराज रोड पूरी तरह बंद कर दिया है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट पर रखा गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त मदद भी मंगाई जाएगी।

 

 

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