Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद से गुरुवार सुबह एक बड़ी खबर सामने आई है। मुजफ्फरनगर पुलिस ने पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के बेटे अब्दुल अहद को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई GST चोरी से जुड़े एक पुराने मामले और जेल के अंदर मोबाइल फोन पहुंचाने की घटना से जुड़ी है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, वर्ष 2024 में सेंट्रल जीएसटी टीम ने पूर्व सांसद कादिर राणा की फैक्ट्री पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान टीम पर हमला कर दिया गया था, जिसमें पूर्व विधायक शाहनवाज राणा, पूर्व सांसद की दो बेटियां और उनके भतीजे सहित कई लोगों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज हुआ था। मौके से पुलिस ने शाहनवाज राणा, पूर्व सांसद की बेटियों और भतीजे को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में सभी को जमानत मिल गई थी, लेकिन जीएसटी चोरी के एक अन्य मुकदमे में शाहनवाज राणा जेल में बंद रहे।
किस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ?
25 मार्च को मुजफ्फरनगर जेल में बंद शाहनवाज राणा के पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया था। जांच में सामने आया कि जेल के अंदर यह मोबाइल उनके पुत्र अब्दुल अहद ने ही पहुंचाया था। इस संबंध में नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद सुरक्षा कारणों से शाहनवाज राणा को चित्रकूट जेल ट्रांसफर कर दिया गया था।
पुलिस ने अब गिरफ्तार किया
पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में शाहनवाज राणा, उनके बेटों शाहआज़म राणा, कामराना राणा, रिश्तेदार जिया अब्बास जैदी और तौसीफ के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि जीएसटी चोरी और जेल में मोबाइल मिलने के मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। इन्हीं आधारों पर पुलिस ने अब यह गिरफ्तारी की है।
आगे भी जारी रहेगा एक्शन
गौरतलब है कि शाहनवाज राणा नौ महीने तक जेल में रहने के बाद हाल ही में जमानत पर रिहा हुए थे। वहीं अब उनके बेटे अब्दुल अहद की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में आ गया है। पुलिस का कहना है कि जीएसटी चोरी और सरकारी कार्य में बाधा डालने से जुड़े इस गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

