कुंभ में गंगा जल की स्वच्छता की निगरानी करेगा आईआईटी बीएचयू.. सरकार ने दी जिम्मेदारी

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के केमिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पीके मिश्रा को कुंभ मेले के दौरान उद्योगों से निकले अवजल के प्रदूषण की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 December 2018, 2:36 PM IST

वाराणसी: आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञ इलाहाबाद की अगले माह से शुरू होने वाले अर्धकुंभ में गंगा जल की निगरानी करेंगे। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत आईआईटी बीएचयू को कुंभ मेले के दौरान उद्योगों से निकले अवजल के प्रदूषण मानक की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी है।

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इलाहाबाद की अप स्ट्रीम रीजन है बिजनौर से लेकर इलाहाबाद तक जितनी भी इंडस्ट्री होगी जो इस समय चल रही होगी उनके अवजल की क्वालिटी ऐसा होना चाहिए जो कि गंगा के पानी को खराब न कर सके, अगर इंडस्ट्री के अवजल की क्वालटी खराब पाई गई तो उस इंडस्ट्री को बंद करने का फरमान तुरन्त मिल सकता है।

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यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिया गया कि प्रदेश में जितने भी महत्वपूर्ण संस्थान है उनको कुंभ मेले के दौरान उद्योगों से निकले अवजल के प्रदूषण की मॉनिटरिंग करवाएं। 36 इंडस्ट्री जो कानपुर के 34 उद्योगों 2 सीईटीपी और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले अवजल और मलजल की तीन चरणों में मॉनिटरिंग व जांच करेंगे।

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पहले चरण में 23 दिसंबर से 30 दिसंबर दूसरे चरण में 23 जनवरी से 27 जनवरी और तीसरे चरण में 5 फरवरी से 10 फरवरी के बीच प्रोफेसर पीके मिश्रा के नेतृत्व में जांच की जाएगी की किसी भी महत्वपूर्ण स्नान से पहले गंगा में किसी भी प्रकार का गंदा जल ना डाला जा सके बीएचयू आईआईटी के साथ साथ एनआईटी इलाहाबाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आईआईटी रुड़की को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
 

Published : 
  • 14 December 2018, 2:36 PM IST

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