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UP News: सीओ ऑफिस में रिश्वतखोरी, पेशकार और चौकीदार रंगे हाथों गिरफ्तार

हैदरगढ़ सीओ ऑफिस में तैनात पेशकार और चौकीदार रिश्वत लेते पकड़े गए, इन पर एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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UP News: सीओ ऑफिस में रिश्वतखोरी, पेशकार और चौकीदार रंगे हाथों गिरफ्तार

अयोध्या: सीओ ऑफिस में तैनात एक पेशकार और एक चौकीदार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। एंटी करप्शन टीम की गुरुवार शाम को की गई छापेमारी में यह दोनों अधिकारी 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए। दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और एंटी करप्शन टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, घटना हैदरगढ़ क्षेत्र के सीओ ऑफिस की, जहां पेशकार अशोक कुमार पांडेय और चौकीदार रामकुमार पर आरोप है कि उन्होंने एक मुकदमे से नाम हटाने के बदले रिश्वत की मांग की थी। एंटी करप्शन टीम की प्रमुख अनुराधा सिंह के नेतृत्व में ट्रैप टीम ने गुरुवार शाम को सीओ हैदरगढ़ कार्यालय में छापा मारा। टीम को सूचना मिली थी कि दोनों अधिकारी किसी व्यक्ति से मुकदमे में से नाम हटवाने के लिए पैसे ले रहे थे। जब टीम ने कार्रवाई की, तो पेशकार अशोक कुमार पांडेय को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। उनके साथ चौकीदार रामकुमार भी मौजूद था।

रिश्वत देने वाले व्यक्ति ने पूरे मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी, जिसके बाद टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने बताया कि दोनों आरोपी अपने कर्तव्यों का उल्लंघन करते हुए मुकदमे से नाम हटाने के बदले रकम की मांग कर रहे थे। आरोपी पेशकार अशोक कुमार पांडेय ग्राम हम्जाबाद, थाना जयसिंहपुर, जिला सुल्तानपुर के निवासी हैं, जबकि चौकीदार रामकुमार मोहल्ला ठठराही के निवासी हैं।

एंटी करप्शन टीम के सूत्रों के अनुसार, आरोपी पेशकार और चौकीदार ने स्वीकार किया कि उन्होंने 30 हजार रुपये मुकदमे से नाम हटाने के बदले लिए थे। खास बात यह है कि जिस मुकदमे में से नाम हटाने के लिए रिश्वत मांगी गई, उसमें तीनों आरोपियों के नाम पहले ही 17 जनवरी को सीओ की ओर से हटा दिए गए थे। इसके बावजूद, पेशकार और चौकीदार ने अपनी गैरकानूनी गतिविधि जारी रखी और आरोपित व्यक्ति से पैसे लेने की कोशिश की।

एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई में एसपी दक्षिणी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि यह दोनों अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का गलत फायदा उठा रहे थे और भ्रष्टाचार के लिए आरोपी थे। टीम ने मामले की पूरी जांच की और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया।

पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई के बाद कहा कि ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी को भी अपने पद का गलत फायदा नहीं उठाने दिया जाएगा। 
 

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