भ्रष्टाचार को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने अपना रुख पूरी तरह स्पष्ट कर रखा है। पहले कई मंत्रालयों के भ्रष्ट अफसरों को जबरन रिटायर किया गया था वहीं अब दिल्ली सरकार की नजर दिल्ली की तिहाड़ जेल के भ्रष्टाचार कर्मचारियों पर जाकर टिक गई है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढें पूरी खबर..

नई दिल्ली: तिहाड़ जेल से ऐसे स्टाफ को जबरन रिटायर किया जाएगा जो किसी न किसी तरह के भ्रष्टाचार या किसी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। जिसके लिए दिल्ली सरकार ने एक सूची बनाने का फरमान जारी कर दिया है।
भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से तिहाड़ जेल हेडक्वॉर्टर को जारी किए गए एक आदेश में भ्रष्ट अफसरों की सूची बनाने के लिए कहा गया है। इसी के साथ ही मंडोली और रोहिणी जेल में तैनात तमाम जेल स्टाफ के बारे में जानकारी जुटाकर उन लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले 8-10 दिनों में यह लिस्ट तैयार हो जाएगी। इसमें वॉर्डर से लेकर हेड वॉर्डर, असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट और डेप्युटी सुपरिंटेंडेंट समेत दूसरे दागी अफसरों के नाम भी शामिल होंगे। इस फरमान को लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
इस सूची में रिश्वत लेने वाले, आपराधिक गतिविधियों में शामिल, आदतन बिना बताए छुट्टी लेने वाले, अधिकतर समय मेडिकल लीव पर रहने वाले, शराब या किसी तरह का नशा करके ड्यूटी करने और किसी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहने वाले शामिल हैं।