Site icon Hindi Dynamite News

ट्रैक्टर का खराब सेल्फ बनवाने महराजगंज आया था राजेश, मौत पर परिवार में मचा कोहराम

महराजगंज में सदर कोतवाली के पास बुधवार की दोपहर लंगूर चलती ट्रेक्टर पर चढ़ गया। हडबडाकर चालक राजेश ट्रैक्टर छोड़कर कूद गया। ट्रेक्टर के पहिए के नीचे आने से इसकी मौत हो गई। घर में कोहराम मचा है। पढें डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
ट्रैक्टर का खराब सेल्फ बनवाने महराजगंज आया था राजेश, मौत पर परिवार में मचा कोहराम

महराजगंजः जनपद के चेहरी गांव हरैया टोला निवासी राजेश 25 वर्ष पुत्र राजेंद्र बुधवार को ट्रैक्टर का खराब सेल्फ ठीक कराने महराजगंज के लिए निकला था। अभी वह सदर कोतवाली के सामने पहुंचा ही था कि तभी एक लंगूर चलते ट्रैक्टर पर चढ़ गया।

चालक राजेश हडबडा गया और चलते ट्रैक्टर को छोडकर गाड़ी से कूद गया। ब्रेक में पैर फंस गया और राजेश अपने ही ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आ गया।

आनन-फानन में आसपास के लोग इसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने इसे मृत घोषित कर दिया। इस दुखदाई घटना की खबर से परिवार के सदस्यों में कोहराम मच गया। 
सबसे छोटा और दुलारा था राजेश 
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार पिता राजेंद्र ने बताया कि मेरे दो बेटों व एक बेटी में राजेश सबसे छोटा और काफी दुलारा भी था।

इंटर पास करने के बाद वह पढाई छोड़कर घर के सदस्यों के साथ खेती किसानी, व्यवसाय में लगा रहता था।

आज उसने ट्रैक्टर का खराब सेल्फ बनवाने की बात कही थी। मुझे नहीं मालूम था कि अब इसे आखिरी बार देख रहा हूं।

पोस्टमार्टम हाउस पर उन्होंने बताया कि जब लंगूर का आतंक ट्रैक्टर चालकों पर एक माह से बना हुआ था तो आखिर वन विभाग ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया। 
वन विभाग पर उठे गंभीर सवाल
आसपास के दुकानों में लंगूर के पिछले एक माह से प्रतिदिन आने का सिलसिला बराबर जारी रहा। ट्रैक्टर ट्राली चालकों को ही लंगूर परेशान कर रहा था।

जबकि कपडे, दवा, पान की दुकानों में जाकर लंगूर न तो सामान से छेड़छाड़ करता था और न ही किसी व्यक्ति को कोई नुकसान पहुंचा रहा था।

स्थानीय दुकानदारों ने तमाम बार वन विभाग को इसकी सूचना भी दी। लेकिन वन विभाग ने कोई टीम नहीं भेजी।

दुकानदारों ने इस दुखद घटना की निंदा करते हुए इसके लिए सीधे तौर पर वन विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब हम लोगों द्वारा इसकी सूचना दी गई थी फिर भी एक्शन क्यों नहीं लिया गया। यदि समय रहते वन विभाग सक्रिय होता तो आज एक युवक की जान नहीं जाती।   

Exit mobile version