नयी दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर राज्य में बिजलीघर स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार के साथ समझौता किया है।
कंपनी ओड़िशा में भी 2,400 मेगावाट क्षमता का बिजलीघर लगाने की योजना बना रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एनएलसी ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में 19,406 करोड़ रुपये से 1,980 मेगावाट का बिजली संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
कोयला मंत्रालय ने बुधवार को बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजलीघर कानपुर के समीप घाटमपुर में स्थापित किया जाएगा। इसकी 660-660 मेगावाट की तीन इकाइयां होंगी। परियोजना के पहले चरण के तहत इस साल के अंत तक बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।
मंत्रालय ने कहा कि पूरी क्षमता से संचालित होने पर 1,478.28 मेगावाट बिजली उत्तर प्रदेश को शेष 492.72 मेगावाट बिजली असम को दी जाएगी।
कोयला मंत्रालय ने कहा कि कंपनी ओडिशा के तालाबीरा में 19,422 करोड़ रुपये के निवेश से 2,400 मेगावाट क्षमता का बिजलीघर स्थापित करेगी।
बयान के अनुसार, “एनएलसी ने ओडिशा में 800-800 मेगावाट क्षमता की तीन इकाइयां लगाने की योजना बनाई है। यह एनएलसी की तालाबीरा कोयला खदान के पास लगाया जाएगा। परियोजना की लागत 19,422 करोड़ रुपये है।”
परियोजना की स्थिति पर मंत्रालय ने कहा कि भूमि अधिग्रहण और अन्य संबंधित मंजूरियां अंतिम चरण में हैं।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि उम्मीद है कि परियोजना पर काम इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा और इसके 2028-29 तक पूरे होने की संभावना है।

