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Ujjain Rape Case: उज्जैन में जघन्य बलात्कार की शिकार लड़की अब भी खौफ में, अस्पताल में अजनबी को देख हो रही परेशान

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की एक सदस्य ने बृहस्पतिवार को कहा कि उज्जैन में जघन्य बलात्कार की शिकार होने के बाद इंदौर के एक अस्पताल में बड़ी सर्जरी से गुजरी 12 वर्षीय लड़की अस्पताल में किसी अजनबी व्यक्ति को देखते ही परेशान हो उठती है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Ujjain Rape Case: उज्जैन में जघन्य बलात्कार की शिकार लड़की अब भी खौफ में, अस्पताल में अजनबी को देख हो रही परेशान

इंदौर (मध्यप्रदेश): राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की एक सदस्य ने बृहस्पतिवार को कहा कि उज्जैन में जघन्य बलात्कार की शिकार होने के बाद इंदौर के एक अस्पताल में बड़ी सर्जरी से गुजरी 12 वर्षीय लड़की अस्पताल में किसी अजनबी व्यक्ति को देखते ही परेशान हो उठती है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि लड़की की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन उसे मानसिक रूप से स्वस्थ होने में अभी लम्बा समय लगेगा।

एनसीपीसीआर की सदस्य (बाल स्वास्थ्य, देखभाल और कल्याण) डॉ. दिव्या गुप्ता इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव होलकर महिला चिकित्सालय पहुंचीं और चिकित्सकों से मिलकर दुष्कर्म पीड़ित लड़की का हाल-चाल जाना।

गुप्ता एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बताया,‘‘लड़की का काफी खून बहा है और वह बड़ी सर्जरी से गुजरी है। उसे अब तक दो बोतल खून चढ़ाया गया है। हालांकि, अस्पताल में जारी इलाज के चलते उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।’’

उन्होंने बताया,‘‘प्रशासन को हमारे सख्त निर्देश हैं कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस लड़की से मिलने की इजाजत नहीं दी जाए क्योंकि अस्पताल में अपने सामने किसी अजनबी व्यक्ति को देखते ही लड़की परेशान हो उठती है। वह इशारों में कहती है कि यह व्यक्ति उससे दूर रहे और उसके कक्ष से तुरंत बाहर निकल जाए।’’

गुप्ता ने कहा कि लड़की की इस स्थिति को देखकर खुद उन्होंने अस्पताल में उससे मुलाकात नहीं की। उन्होंने बताया कि पुलिस की दो महिला आरक्षक सादी वर्दी में बच्ची के पास तैनात हैं।

एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि पीड़ित लड़की एक जनजातीय इलाके की रहने वाली है और उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि उसकी ‘सिकल सेल एनीमिया’ की जांच भी की जाए।

गुप्ता ने कहा कि एनसीपीसीआर यह सुनिश्चित कर रहा है कि लड़की जल्द से जल्द शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए, लेकिन मानसिक रूप से स्वस्थ होने में उसे बहुत समय लगेगा।

उन्होंने कहा कि जो उसके साथ घटा है, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। गुप्ता ने कहा कि लड़की की बेहतरी के लिए एक महिला मनोवैज्ञानिक को भी नियुक्त किया गया है।

एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की घटना समाज को भी आईना दिखाती है।

उन्होंने कहा,‘‘दुष्कर्म के बाद लड़की बिलखती हुई ढाई घंटे तक उज्जैन की सड़कों पर मदद के लिए भटकती रही। क्या इस दौरान कोई भी व्यक्ति इस बच्ची की मदद के लिए आगे नहीं आ सकता था?'

गुप्ता राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने की नीयत से लड़की से बलात्कार के मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और कांग्रेस की ओर से भाजपा से राजनीतिक दुश्मनी निकालने की कोशिश की जा रही है।

अधिकारियों ने बताया कि दुष्कर्म के बाद नाबालिग लड़की की हालत गंभीर होने के चलते उसे उज्जैन से मंगलवार को इंदौर के अस्पताल भेजा गया था जहां उसकी जटिल सर्जरी की गई।

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