भुवनेश्वर: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के देशभर के स्कूलों में अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के साथ उड़िया भी पढ़ाई जायेगी।
प्रधान ने कहा कि सीबीएसई ने इस संबंध में शुक्रवार को एक परिपत्र जारी किया है और अपने स्कूलों में क्षेत्रीय भाषाओं को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग करने की अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि जो छात्र अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करते है, वे विषय को हिंदी या अंग्रेजी से बेहतर समझते हैं। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी को भी इसके अनुसार पाठ्यपुस्तकें तैयार करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने और परीक्षा आयोजित करने की व्यवस्था की जाएगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रधान ने ट्विटर पर कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) सभी भारतीय भाषाओं को महत्व देती है क्योंकि अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करने से छात्रों को किसी भी विषय में स्पष्टता प्राप्त करने में मदद मिलेगी।