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क्या आप जानते हैं दिल्ली एनसीआर में कहां-कहां हैं प्रमुख शिव मन्दिर? पढ़ें ये खबर..

महाशिवरात्रि के पर्व पर व्रत रखते हैं और सुबह-सुबह मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते हैं। अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं तो आप इन 8 शिवालयों के दर्शन जरूर करें। हम आपको बता रहे हैं दिल्ली- एनसीआर के कुछ खास शिव मंदिरों के बारे में जहां पूजा अर्चना करने से आप पर भगवान शिव की विशिष्ट कृपा बरसेगी। जानें डाइनामाइट न्यूज़ पर:
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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क्या आप जानते हैं दिल्ली एनसीआर में कहां-कहां हैं प्रमुख शिव मन्दिर? पढ़ें ये खबर..

नई दिल्ली: महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में लंबी कतार देखने को मिलती है। क्योंकि कहते हैं भोले बाबा अपने नाम के अनुसार बड़े ही भोले हैं और भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। महाशिवरात्रि के दिन पूजा अर्चना करने से भक्तों  के सभी कष्टों का निवारण होता है और बाबा भोलेनाथ का आर्शीवाद सदैव उन पर बना रहता है. सदियों से इसी परंपरा के तहत शिव भक्त महाशिवरात्रि के पर्व पर व्रत रखते हैं और सुबह-सुबह मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते हैं। 

अगर आप  दिल्ली एनसीआर में रहते हैं तो आप इन 8 शिवालयों के दर्शन जरूर करें।  हम  आपको बता रहे  हैं  दिल्ली- एनसीआर के कुछ खास शिव मंदिरों के बारे में जहां पूजा अर्चना करने से आप पर  भगवान शिव की विशिष्ट कृपा बरसेगी।

1 वनखंडी महादेव:
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास प्राचिन मंदिर है वनखंडी महादेव। भगवान शिव के इस मंदिर की बहुत मान्यता है।महाशिवरात्रि के मौके पर यहां न केवल चांदनी चौक बल्कि दिल्ली से बाहर के लोग भी दर्शन के लिए आते हैं। बताया जाता है कि मंदिर का शिवलिंग पांडव कालीन है, जिसे पांडवों के किले (जो आज के समय में पुराना किला के नाम से जाना जाता है) से लाया गया था। भगवान शिव का एक नाम वनखंडी भी था। इस मंदिर का जीर्णोद्धार लगभग 100 साल पहले कराया गया था, जिसका श्रेय चिरानंद गिरी जी महाराज को जाता है।

2.  श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर:
गाजियाबाद का श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक है. ये मंदिर 5000 वर्ष पुराना है. ऐसी मान्यता है कि ये मंदिर त्रेतायुग का है. इस खूबसूरत मंदिर में हर समय एक धूना जलती रहती है. कलयुग में भगवान शिव के प्रकट होने के बाद से यह धूना जल रही है। इस मंदिर को पुराणों में हिरण्यगर्भ ज्योतिर्लिंग के रूप में भी जाना जाता है. महाशिवरात्रि पर दूर-दूर से इस मंदिर के दर्शन करने भक्तजन आते हैं।

3 प्राचीन गौरी शंकर मंदिर:

प्रचानी गौरी शंकर मंदिर दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित है. इस मंदिर को 800 साल पुराना बताया जाता है और ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण  मराठा सिपाही ने करवाया था जो  भगवान शिव का परमभक्त था और उनको बहुत मानता था । बताया जाता है कि युद्ध करते समय वह सिपाही काफी जख्मी हो गया था, उसने गुहार लगाई थी कि अगर वह जिंदा बच गया तो शिव मंदिर का निर्माण करवाएगा।और जब ऐसा हुआ तो उसने शिव मंदिर का निर्माण करवाया। शिवभक्त महाशिवरात्रि पर इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं।

4 मंगल महादेव बिरला कानन मंदिर:

दिल्ली के शिवाजी मार्ग पर स्थित ये 200 एकड़ में फैला  मंगल महादेव बिरला कानन मंदिर का उद्घाटन साल 1994 में महाशिवरात्रि के दिन किया गया था । इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी मौजूद थे। यहां भगवान शिव की विशालकाय मूर्ति की स्थापित है। भगवान शिव के अलावा यहां माता पार्वती, कार्तिकेय, नंदी, राम-सीता, राधा-कृष्ण और भगवान गणेश की भी मूर्तियां हैं। इस मंदिर में सभी मूर्तियां कांस्य की बनी हुई हैं मंदिर मे सुंदर बगीचे भी हैं।

5. शिव मंदिर गुफा वाला:
दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में स्थित मंदिर सभी के लिए बहुत प्रिय है। इस मंदिर की तरफ छोटे-बड़े सभी लोग आकर्षित होते हैं.  यहां आकर आपको एक सुकून भरी शांति प्राप्त होगी। मंदिर में बनी सुंदर आकृतियां और गुफा सभी का मन मोह लेती हैं। दिल्ली वासियों के लिए यह मंदिर काफी प्रिय है। प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से इस मंदिर की तरफ आसानी से जाया जा सकता है।

6. श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर: 

श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के वैशाली में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण कश्मीरी पंडितों द्वारा किया गया है. वैशाली का सबसे विशाल शिवलिंग इसी मंदिर में स्थापित है. यहां पर भक्तों द्वारा शिवरात्रि और मासिक शिव तेरस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इसके अलावा महीने के पहले रविवार को कमिटी द्वारा यज्ञ अनुष्ठान करने का भी प्रचलन है।

7. नीली छतरी मंदिर: 

दिल्ली के निगम बोध घाट पर स्थित नीली छतरी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर देश के प्राचीन और ऐतिहासिक शिव मंदिरों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि महाभारत युद्ध के बाद जब युधिष्ठिर सम्राट हुए तब युधिष्ठर ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। भगवान श्रीकृष्ण की सलाह पर पांडवों ने हवन कुंड और अश्वमेध यज्ञ इसी जगह पर किया था।महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए आते हैं।

8. गोपेश्वर महादेव:
गोपेश्वर महादेव का मंदिर गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 4 में स्थित है। यहां हर साल महाशिवरात्रि के मौके पर शिव भक्त अपनी मनोकामना सिद्धि करने के लिए पूजा करने पहुंचते हैं। इसके साथ ही गुल मंदिरमोहर शिवालय भी यहां काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिर शनि धाम के नजदीक है।

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