प्रति वर्ष करोड़ों रूपए चाय हो रही बर्बाद, जानिये वजह, पढ़ें ये रिपोर्ट

देशभर में चाय के पौधों पर कीटों और बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के कारण चाय उत्पादकों की चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन से बढ़ते तापमान और लंबे समय तक बारिश नहीं होने से भी फसल को नुकसान पहुंच रहा है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 22 April 2023, 7:00 PM IST

कोलकाता: देशभर में चाय के पौधों पर कीटों और बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के कारण चाय उत्पादकों की चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन से बढ़ते तापमान और लंबे समय तक बारिश नहीं होने से भी फसल को नुकसान पहुंच रहा है।

उद्योग निकाय चाय अनुसंधान संघ (टीआरए) ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि चाय उत्पादकों को सालाना लगभग 14.7 करोड़ किलोग्राम फसल का नुकसान हो रहा है।

टीआरए ने एक बयान में कहा कि चाय के पौधों पर कीटों के हमलों से राजस्व को सालाना 2,865 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।

टीआरए के सचिव जयदीप फुकान ने कहा, “कीटों और बीमारियां का प्रकोप पहले भी था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह बढ़ गया है। उत्तर भारत में, कीटों के हमले शुरू में पश्चिम बंगाल में डुआर्स के कुछ क्षेत्रों और असम के दक्षिण तट तक सीमित थे। लेकिन, पिछले दो दशकों में यह कछार, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, दार्जिलिंग और तराई के अन्य चाय उत्पादक क्षेत्रों में तेजी से फैला है।”

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  • 22 April 2023, 7:00 PM IST