कोविड-19 में इस्तेमाल एंटीवायरल दवा मोलनुपिराविर का संबंध वायरस के म्यूटेशन से : अध्ययन

कोविड-19 महामारी के इलाज में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली एंटीवायरल दवा मोलनुपिराविर को सार्स-कोव-2 वायरस में होने वाले म्यूटेशन के एक पैटर्न से जोड़ा गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 26 September 2023, 6:58 PM IST

नयी दिल्ली: कोविड-19 महामारी के इलाज में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली एंटीवायरल दवा मोलनुपिराविर को सार्स-कोव-2 वायरस में होने वाले म्यूटेशन के एक पैटर्न से जोड़ा गया है। ब्रिटेन की वैज्ञानिक पत्रिका 'नेचर' में प्रकाशित एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है।

ब्रिटेन में फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने बताया कि मोलनुपिराविर प्रतिकृति के दौरान वायरस की आनुवांशिक जानकारी, या जीनोम में म्यूटेशन उत्पन्न करके काम करता है।

इनमें से कई म्यूटेशन वायरस को नुकसान पहुंचाएंगे या मार देंगे, जिससे शरीर में वायरल लोड कम हो जाएगा। मोलनुपिराविर कोविड-19 महामारी के दौरान बाज़ार में उपलब्ध पहली एंटीवायरल दवा थी और इसे कई देशों द्वारा व्यापक रूप से इस्तेमाल किया गया था।

वैज्ञानिकों ने समय के साथ सार्स-कोव-2 वायरस में म्यूटेशन का पता लगाने के लिए वैश्विक अनुक्रमण आंकड़ों का उपयोग किया।

उन्होंने सार्स-कोव-2 वायरस के 1.5 करोड़ अनुक्रमों के एक पारिवारिक समूह का विश्लेषण किया ताकि प्रत्येक वायरस के विकासवादी इतिहास में प्रत्येक बिंदु पर वे देख सकें कि किनमें म्यूटेशन हुआ है।

हालांकि, वायरस हर समय म्यूटेशन करते हैं, शोधकर्ताओं ने वैश्विक अनुक्रमण के आंकड़ों में म्यूटेशन की घटनाओं की पहचान की जो कि कोविड-19 म्यूटेशन के विशिष्ट पैटर्न से बहुत अलग दिखती थीं। और ये म्यूटेशन उन व्यक्तियों से जुड़े हुए थे जिन्होंने मोलनुपिरावीर दवा ली थी।

 

Published : 
  • 26 September 2023, 6:58 PM IST

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