Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक निजी विद्यालय की चौथी मंजिल से गिरकर हुई छात्रा की मौत ने एक बार फिर स्कूल सुरक्षा व्यवस्था पर भारी प्रश्न खड़ा कर दिया हैं। स्कूल के सहपाठियों ने इसका बड़ा खुलासा किया कि उस दिन अमायरा स्कूल नहीं आना चाहती थी। इस दर्दनाक हादसे में क्या हुआ इसको लेकर शिक्षा विभाग आज अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने की तैयारी में है।
हालांकि, रिपोर्ट आने से पहले कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जो इस घटना की गंभीरता को और बढ़ा देते हैं। घटना वाले दिन अमायरा ने अपने अभिभावकों से कहा था कि उसे स्कूल नहीं जाना है। उसके कुछ क्लासमेट्स ने पुलिस व शिक्षा विभाग की टीम को बताया कि अमायरा उस दिन थोड़ी घबराई हुई गई थी और उस दिन वो बस में आने से भी मना कर रही थी। इस बयान ने पूरे मामले में संदेह की सुई को और गहरा कर दिया हैं।
स्कूल हादसे पर अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर उठाए सवाल
घटना के बाद जब स्कूल प्रशासन से पूछा गया तो उनके पास इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं बनाया कि अमायरा ने स्कूल नहीं आने की इच्छा जताई थी। वहीं अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल की लापरवाही और चेतावनियों को नजरअंदाज करने से उनकी बेटी की जान गई। अमायरा के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन से पूछा है कि क्या वो लोग उनकी बेटी की मनोदशा पर ध्यान दिया गया था या उसके डर या समस्या का कोई समाधान खोजा गया था।
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शिक्षा विभाग की टीम ने भी बताया कि आज उन्हें इस मामले में मूलभूत जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश है जिसमें स्कूल की आज उन्हें इस मामले में बुनियादी जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है, जिसमें स्कूल भवन की संरचनात्मक स्थिति, कक्षा‑कक्ष की सुरक्षा उपाय, बच्चों और शिक्षकों के बीच संवाद, और स्कूल बस एवं परिवहन व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा शामिल होगी। विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हमें जांच करनी है कि क्या स्कूल ने समय‑समय पर सुरक्षा ऑडिट कराया था, बच्चों की शिकायतें सुनी थीं और उन्हें सहायता दी थी।”
स्कूल में बुलीइंग की शिकार हुई थी अमायरा
हादसे के बाद अमायरा के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि अमायरा को अन्य बच्चों द्वारा बुली किया जाता था। परिजनों ने शिकायतें सितंबर में और इससे पहले भी एक साल पहले दी थीं। बावजूद इसके, स्कूल ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अगर ये आरोप सही पाए जाते हैं, तो स्कूल प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठेंगे।
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शिक्षा मंत्री ने जांच टीम को दिया अल्टीमेटम
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को ही कह दिया था कि राज्य की जांच टीम अपनी रिपोर्ट दो दिन अंदर तैयार करके पेश करें। उम्मीद है कि यह टीम आज अपनी जांच पूरी करके सरकार को रिपोर्ट पेश कर सकती हैं। इसी रिपोर्ट के अनुसार स्कूल प्रशासन और संबंधित शिक्षकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय होगी.

