Patna: पटना में सियासी पारा चढ़ा, पीएम पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में बीजेपी का प्रदर्शन हिंसक रूप में तब्दील हो गया। शुक्रवार को पटना स्थित कांग्रेस मुख्यालय ‘सदाकत आश्रम’ पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध जताया और परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की। इस दौरान दोनों दलों के बीच लाठियां चलीं, ईंट-पत्थर फेंके गए और कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत दरभंगा में बुधवार को हुई ‘मतदाता अधिकार रैली’ से हुई थी। इस रैली में राजद और कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां को लेकर बेहद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया। यह टिप्पणी राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की गैरमौजूदगी में की गई, लेकिन मंच पर मौजूद अन्य नेताओं की चुप्पी से बीजेपी आक्रोशित हो गई।
बीजेपी का जवाबी हमला
इस टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पटना में कांग्रेस कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने कहा कि यह केवल पीएम मोदी नहीं, बल्कि देश की हर मां और बेटे का अपमान है। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और फिर अचानक मुख्य गेट को तोड़ते हुए अंदर घुस गए।
हिंसा में बदला प्रदर्शन
भाजपा कार्यकर्ताओं ने अंदर घुसते ही कथित रूप से कांग्रेस कार्यालय में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी प्रतिरोध किया और देखते ही देखते मामला हिंसक टकराव में बदल गया। दोनों पक्षों के कार्यकर्ता लाठियों और ईंट-पत्थरों से एक-दूसरे पर टूट पड़े। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय का गेट जबरन तोड़कर घुसे और वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को पीटा। लाठियों से हमला किया गया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हो गए। एक कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट आई है। कांग्रेस ने भाजपा पर पूरी घटना को जानबूझकर भड़काने और लोकतांत्रिक मूल्यों को रौंदने का आरोप लगाया।
भाजपा का पलटवार
वहीं भाजपा का कहना है कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, तभी कांग्रेस कार्यालय से भाजपा समर्थकों पर पत्थर फेंके गए। इससे माहौल बिगड़ गया और स्थिति बेकाबू हो गई। भाजपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के मंच से की गई अभद्र टिप्पणी केवल प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति और लोकतांत्रिक मर्यादाओं पर हमला है।
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गिरफ्तारी और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस बीच दरभंगा रैली में पीएम और उनकी मां के लिए अपशब्द कहने वाले शख्स को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान ‘रिजवी उर्फ राजा’ के रूप में हुई है। यह गिरफ्तारी तब हुई जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और पूरे देश में इसकी निंदा होने लगी। गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह केवल पीएम का नहीं, 140 करोड़ देशवासियों का अपमान है। कांग्रेस और राजद की राजनीति अब इतनी नीचे गिर चुकी है कि वे मर्यादा की हर सीमा लांघ चुके हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की नफरत भरी राजनीति अब देश बर्दाश्त नहीं करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि, “गुजरात के मुख्यमंत्री काल से लेकर आज तक गांधी परिवार ने मोदी जी के खिलाफ नफरत फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब यह हमला एक गरीब मां के बेटे पर नहीं, हर मां के बेटे पर है।”
पुलिस का हस्तक्षेप
झड़प के बाद पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और भीड़ को तितर-बितर किया। पटना पुलिस के अनुसार स्थिति अब नियंत्रण में है और दोनों दलों की ओर से दर्ज कराई गई तहरीरों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर गर्म कर दिया है। एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। आगामी चुनावों के मद्देनजर यह टकराव दोनों दलों के लिए सियासी बढ़त या नुकसान का कारण बन सकता है।