Patna: बिहार में आज एनडीए ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया। यह बंद सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहा। बंद का मुख्य कारण राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली दिए जाने का मामला रहा। इस घटना से भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों में गहरी नाराजगी देखने को मिली।
एनडीए कार्यकर्ताओं का सड़क पर प्रदर्शन
सुबह से ही एनडीए के कार्यकर्ता अलग–अलग जिलों में सड़कों पर उतर आए। दुकानों और बाजारों को बंद कराने की कोशिशें की गईं। पटना समेत कई जिलों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए मार्च निकालते दिखे। खास बात यह रही कि इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भागीदारी की। भाजपा महिला मोर्चा के नेतृत्व में महिलाओं ने सड़क पर उतरकर इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी दर्ज कराई।
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— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 4, 2025
कुछ जगहों पर झड़प और विरोध
हालांकि एनडीए नेताओं ने इस बंद को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने की अपील की थी, लेकिन प्रदेश के कुछ हिस्सों से मारपीट और विरोध की खबरें भी सामने आईं। कुछ इलाकों में बंद समर्थकों और स्थानीय लोगों के बीच झड़पें हुईं। फिर भी, अधिकांश जिलों में बंद का असर साफ दिखाई दिया और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बेहद कम रही।
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भाजपा महिला मोर्चा की अगुवाई
भाजपा महिला मोर्चा ने इस विरोध को नेतृत्व दिया। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ इस तरह की अभद्र और अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल न केवल पीएम मोदी का अपमान है, बल्कि पूरे देश की महिलाओं का भी अपमान है। महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने वाले नेताओं को सार्वजनिक जीवन में बने रहने का कोई हक नहीं है।
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प्रदेश अध्यक्ष का बयान
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने साफ कहा कि इस बंद का उद्देश्य विपक्षी नेताओं के “अनैतिक” और “अभद्र” व्यवहार का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में असहमति व्यक्त करने की गुंजाइश होती है, लेकिन व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर अपशब्द कहना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार बंद को जनता का व्यापक समर्थन मिला और लोगों ने इस मुद्दे पर अपनी सहमति दर्ज कराई।

