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गुरु गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए आवेदन, 05 जनवरी को होगा सम्मान, अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवनीत गोयल ने दी जानकारी

अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) नवनीत गोयल ने बताया कि गुरु गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए शासन से प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार का उद्देश्य मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना है।
Post Published By: Poonam Rajput
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गुरु गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए आवेदन, 05 जनवरी को होगा सम्मान, अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवनीत गोयल ने दी जानकारी

Maharajganj: अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) नवनीत गोयल ने बताया कि गुरु गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए शासन से प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार का उद्देश्य मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार एडीएम गोयल ने बताया कि आवेदनकर्ता भारत का मूल नागरिक होना चाहिए और उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा के भीतर सामान्यत: निवास करता हो। इसके साथ ही उसकी पहचान सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान के रूप में होनी चाहिए, विशेषकर मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो व्यक्ति पूर्व में इस पुरस्कार को राज्य सरकार से प्राप्त कर चुके हैं, वे इस बार पात्र नहीं होंगे।

पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये की नगद राशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार गुरु गोविन्द सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर 05 जनवरी को प्रदान किया जाएगा।

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योग्य व्यक्ति स्वयं आवेदन कर सकते हैं या उनके लिए किसी संस्था, संगठन या अन्य व्यक्ति द्वारा नामांकन किया जा सकता है। आवेदन निर्धारित प्रारूप में होना चाहिए, जिसे संयुक्त कार्यालय, कलेक्ट्रेट महराजगंज में जमा किया जा सकता है। इच्छुक व्यक्ति अधिक जानकारी के लिए संबंधित कार्यालय से संपर्क भी कर सकते हैं।

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यह पुरस्कार न केवल समाज के सच्चे सेवकों को सम्मानित करने का माध्यम है, बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करने का भी एक सार्थक प्रयास है। प्रशासन ने जिले के जागरूक नागरिकों, समाजसेवियों और संगठनों से आग्रह किया है कि वे ऐसे योग्य व्यक्तियों को आवेदन के लिए प्रेरित करें, ताकि उनके कार्यों को व्यापक स्तर पर पहचान मिल सके और समाज को प्रेरणा मिल सके।

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