New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली का पर्व नौसेना के अत्याधुनिक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात जवानों के साथ मनाया। उन्होंने न सिर्फ जवानों के उत्साह को सलाम किया, बल्कि देशवासियों को भी इस गौरवपूर्ण क्षण से जुड़ी कई बातें साझा कीं।
दुश्मनों के लिए बना भय का प्रतीक
पीएम मोदी ने कहा कि आईएनएस विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं, बल्कि भारत की स्वदेशी सैन्य ताकत का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “विक्रांत ने अपने नाम से ही पाकिस्तान की नींद उड़ा दी थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान घुटनों पर आ गया था।” यह युद्धपोत देश की प्रतिभा, परिश्रम और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
पीएम मोदी #INSVikrant पर बहादुर नौसेना जवानों के मनाई दिवाली, कहा- समुद्र की गहरी रात और आज सुबह के सूर्योदय ने मेरी दिवाली को कई मायनों में ख़ास बना दिया है।#NarendraModi #IndianNavy #Diwali2025 #दीपावली #news @PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/Y1Zcp818aP
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 20, 2025
“आप ही मेरा परिवार हैं” – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि दीपावली हर किसी को अपने परिवार के साथ मनाने की इच्छा होती है। उन्होंने कहा, “आप ही मेरा परिवार हैं, इसलिए मैं हर बार आपके बीच आता हूं। हमारे जवान ही हमारी दीपमालाएं हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “जब दिल्ली से चला था, तो सोचा था इस पल को जी लूं, लेकिन आपकी तपस्या इतनी महान है कि मैं उसे केवल जान पाया, पूरी तरह जी नहीं पाया।”
हर 40 दिन में नेवी को मिल रहा नया युद्धपोत या पनडुब्बी
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को यह जानकारी दी कि अब हर 40 दिन में भारतीय नौसेना में एक नया युद्धपोत या पनडुब्बी शामिल की जा रही है। इससे भारतीय सेना को बड़ी ताकत मिल रही है और यह देश की रक्षा तैयारियों को और सुदृढ़ बना रहा है।
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“जज्बा ही असली ताकत है”
प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे शिप लोहे के हों या पनडुब्बी कितनी भी आधुनिक हो, असल ताकत उसमें सवार जवानों के जज्बे से आती है। उन्होंने कहा, “ये जहाज तभी जीवंत बनते हैं जब आप जैसे जांबाज उस पर तैनात होते हैं।”
नौसेना का नया ध्वज: शिवाजी महाराज से प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि जब देश को स्वदेशी आईएनएस विक्रांत मिला था, उसी दिन भारतीय नौसेना ने गुलामी के प्रतीक पुराने ध्वज को त्याग कर, छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित नया ध्वज अपनाया था। उन्होंने कहा कि यह बदलाव केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की सोच और सैन्य गरिमा का दर्पण है।
दिवाली की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत की वीर भूमि से सभी जवानों और उनके परिवारजनों के साथ-साथ देशवासियों को भी दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “आपका समर्पण और सेवा ही देश की असली शक्ति है। यही भारत की असली रोशनी है।”
आप सभी को वह दिन याद होगा जब भारत ने स्वदेश निर्मित INS विक्रांत को नौसेना में शामिल किया था, उसी दिन भारतीय नौसेना ने औपनिवेशिक विरासत के एक प्रमुख प्रतीक को विदाई दी थी। छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित होकर, हमारी नौसेना ने एक नया ध्वज अपनाया, जिसने भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा में एक गौरवशाली अध्याय जोड़ा। स्वदेश निर्मित INS विक्रांत, समुद्र की लहरों को चीरता हुआ, भारत की “मेड इन इंडिया” शक्ति और सैन्य कौशल का एक शक्तिशाली प्रतीक है। कुछ महीने पहले ही, हमने देखा कि कैसे “विक्रांत” नाम से ही पूरे पाकिस्तान में कंपकंपी दौड़ गई थी। INS विक्रांत, एक ऐसा नाम जो अपने आप में दुश्मन के साहस के अंत का प्रतीक है