New Delhi: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अब इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में कदम रखने जा रही है। कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी E Vitara अब लॉन्चिंग के एक कदम और करीब पहुंच गई है। आगामी 26 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के हंसलपुर स्थित मारुति के प्लांट में इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाएंगे।
हंसलपुर प्लांट में होगा उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी हंसलपुर प्लांट के दौरे पर दो ऐतिहासिक विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे। इसमें पहला है E Vitara की प्रोडक्शन लाइन की शुरुआत, और दूसरा है गुजरात स्थित टीडीएस लिथियम-आयन संयंत्र में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की पहल। यह संयंत्र जापान की तीन प्रमुख कंपनियों – तोशिबा, डेंसो और सुजुकी के संयुक्त उपक्रम के तहत स्थापित किया गया है।
‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत
सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह दोनों पहलें ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत भारत को हरित ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी।
E Vitara का वैश्विक निर्यात
E Vitara को मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक एसयूवी के तौर पर विकसित किया गया है, जिसका निर्यात 100 से अधिक देशों में किया जाएगा, जिसमें यूरोप और जापान जैसे बाजार भी शामिल हैं। इससे भारत में रोजगार और विनिर्माण को नया आयाम मिलेगा।
क्या हैं E Vitara की खूबियां
मारुति की इस इलेक्ट्रिक एसयूवी में कई अत्याधुनिक और प्रीमियम फीचर्स दिए जा रहे हैं, जैसे
- पैनोरमिक सनरूफ
- ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल
- वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें
- 7 एयरबैग्स
- 360 डिग्री कैमरा
- लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम)
- ऑटो होल्ड के साथ इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक
बैटरी ऑप्शन्स की बात करें तो इसमें 49 kWh और 61 kWh की बैटरी पैक की सुविधा होगी, जिससे यह गाड़ी 500 किलोमीटर से अधिक की रेंज देगी।
लॉन्चिंग टाइमलाइन
फिलहाल 26 अगस्त को प्रोडक्शन लाइन को हरी झंडी दिखाकर इस प्रोजेक्ट की शुरुआत होगी। इसके बाद यह कार दुनियाभर में निर्यात के लिए तैयार की जाएगी। भारतीय बाजार में इस इलेक्ट्रिक एसयूवी के अगले कुछ महीनों में लॉन्च होने की संभावना है। मारुति सुजुकी का यह कदम भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में टाटा, महिंद्रा और हुंडई जैसी कंपनियों को सीधी टक्कर देगा।
देश में बैटरी निर्माण को भी बढ़ावा
इसी के साथ पीएम मोदी गुजरात के टीडीएस लिथियम-आयन संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे, जहां अब 80% से अधिक बैटरियां भारत में ही बनाई जाएंगी। इससे भारत का बैटरी इकोसिस्टम मजबूत होगा और विदेशी निर्भरता घटेगी।